आगर। भू-माफियाओं ने इंदौर-कोटा राजमार्ग पर थाने के भवन निर्माण के लिए आवंटित 16 बीघा 9 बिस्वा जमीन में से 8 बीघा जमीन बेच दी और इतना ही नहीं उसका नामांतरण भी जमीन खरीदने वालों के पक्ष में करवा दिया. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की शिकायत पर कलेक्टर ने प्रशासन से जांच कराई तो पूरा सच सामने आ गया.
थाने की 8 बीघा जमीन भू-माफिया ने खुद की बताकर बेची, नामांतरण के बाद जांच शुरू
इंदौर-कोटा राजमार्ग पर थाना भवन निर्माण के लिए आवंटित 16 बीघा 9 बिस्वा जमीन में से 8 बीघा जमीन भू-माफियाओं ने बेच दी.
इस मामले का खुलासा होते ही कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए, जिसके बाद प्रशासन ने जांच दल गठित किया है. इंदौर-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगरीय क्षेत्र में मुख्य सड़क से लगी हुई शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 2003/2 वर्ष 1975 में शाजापुर के तत्कालीन कलेक्टर के आदेश पर 16 बीघा 9 बिस्वा जमीन पुलिस थाना भवन और अन्य कार्यों के लिए पुलिस विभाग को आंवटित की गई थी. इस जमीन पर थाने का निर्माण होना था, लेकिन उस समय जमीन के नगर से बाहर होने के चलते हाथी दरवाजे के समीप संचालित पुलिस थाना वहां शिफ्ट नहीं किया जा सका था.
सुसनेर पुलिस विभाग को पुलिस थाना निर्माण के लिए साल 1975 में शाजापुर के तत्कालीन कलेक्टर के आदेश से आंवटित हुई 16 बीघा 9 बिस्वा जमीन में से 8 बीघा जमीन निजी हाथों को बेच दिया गया.