आगर। आगर जिले के सुसनेर में पहली बार व्यापारियों ने निर्णय लेते हुए देश हित में पहल की है. जिसके तहत चीनी राखी का बहिष्कार कर देसी राखियां बेचने का फैसला किया, एक दिन पहले ही पूरे शहर में 100 से भी अधिक दुकानों पर चीनी राखियों का बहिष्कार कर स्वदेशी राखियां बेची गई.
दुकानदारों ने किया चीनी राखियों का बहिष्कार, बाजार में दिख रहीं सिर्फ देसी राखियां
आगर जिले में बेची जा रही स्वदेशी राखियां लोगों को आकर्षित कर रही हैं, इस बार 100 से भी अधिक दुकान संचालकों ने चीनी राखियों का बहिष्कार कर स्वदेशी राखियां बेचने का फैसला किया था, जिसके चलते इस बार देसी राखियां ही बाजार में नजर आ रही हैं.
नगर के व्यवसायी कमल भावसार ने बताया कि स्वदेशी अपनाने हेतु प्रचार-प्रसार होना चाहिए. मीडिया के माध्यम से अब हमारे बच्चे चीन और पाकिस्तान की गतिविधियों को समझने लगे हैं. शहर में राखी बेचने वाले दुकानदार गुजरात, इलाहबाद, इन्दौर, उज्जैन, नलखेड़ा, कानड़, राजस्थान के पिडावा में बनाई जाने वाली स्वदेशी राखियां ही बेची जा रही हैं.
दुकानदारों के पास 25 से भी अधिक विभिन्न प्रकार की स्वदेशी राखियां मौजूद हैं. व्यवसाइयों के पास ओम, स्वास्तिक, चंदन, रूद्राक्ष वाली राखियां भी उपब्लध हैं. साथ ही दुकानदारों के पास डायमंड, फैन्सी, रेशमी डोर वाली राखियां भी मौजूद हैं.