आगर मालवा :मंगलवार को भारतीय किसान संघ की एक बैठक का आयोजन सारंगपुर मार्ग स्थित सेवा भारती प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र पर किया गया. बैठक में किसान संघ के पदाधिकारियों ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी.
किसान ही इस देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़
आगर मालवा :मंगलवार को भारतीय किसान संघ की एक बैठक का आयोजन सारंगपुर मार्ग स्थित सेवा भारती प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र पर किया गया. बैठक में किसान संघ के पदाधिकारियों ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी.
किसान ही इस देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़
भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी ने अपने संबोधन में कहा कि कोविड के समय जब निर्माण, खनिज, आईटी सहित सारे उद्योग बंद पड़े थे. उस समय 80 करोड़ परिवारों को दलहन व अनाज का वितरण सरकार द्वारा किया गया. यह किसानों व कृषि क्षेत्र ने बहुत बड़ा काम किया. हमें कही से आयात नही करना पड़ी. खेती मजबूत रहेगी तो देश की अर्थव्यवस्था अच्छी तरह से चल सकती है. उन्होंने कहा कि किसान जो पैदा करता है, वह लागत से कम में बिक रहा है. ऐसा कानून बनाया जाए कि मंडी में समर्थन मूल्य से कम कीमत में कही बाहर कोई खरीदी न हो सके, इसके लिए आगामी दिनों में ही इस कानून को लेकर हजारों ई मेल प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री को किए जाएंगे. किसान आंदोलन में हम भी साथ थे. वार्तालाप चल रही थी और भारत बंद की घोषणा हुई.
बैठक में कौन हुआ शामिल
इस अवसर पर प्रांतीय उपाध्यक्ष डूंगरसिंह सिसोदिया, प्रांतीय संयोजक युववाहिनी रमेश दांगी, उमेश पाटिदार नलखेड़ा, गोपाल चौधरी सुसनेर, गोविंद शर्मा बडौद सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.