आगर मालवा। पिछले 2 वर्षों से फसल बीमा राशि से वंचित होने वाले दर्जनभर से अधिक गांवों के किसान बीमा राशि की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने बीमा राशि को लेकर अधिकारियों से बातचीत की, उसके बाद भारतीय किसान संघ के बैनर तले कलेक्टर के नाम संबोधित ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर कल्याणी पांडे को सौंपा.
फसल बीमा राशि की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे दर्जनों किसान, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी - Dozens of farmers reached
आगर जिले के किसानों ने पिछले 2 सालों से फसल बीमा राशि नहीं मिलने और खराब हुई फसल का मुआवजा नहीं मिलने की मांग की है. इसे लेकर भारतीय किसान संघ के बैनर तले कलेक्ट्रेट के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है. पढ़िए पूरी खबर...
किसान संघ ने बीमा राशि को लेकर बीमा कंपनी व अधिकारियों पर लीपापोती का आरोप लगाया. किसान संघ ने मांग की है कि यदि बीमा राशि से वंचित किसानों को जल्द ही बीमा नहीं दिया जाता है तो किसान संघ द्वारा बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.
ज्ञापन में बताया गया कि ग्राम फतेहपुर मेंढकी, दौलतपुर, मानाखौरा, भाटपुरा, लाखाखेड़ी, सनावदा, सनावदी, नंदुखेड़ी, मुजरा डेरा, महुडी खेड़ा सहित अन्य गांवों में किसी भी किसान को वर्ष 2018 व वर्ष 2019 में प्राकृतिक आपदा के चलते खराब हुई फसल के बीमा नहीं मिला है, जबकि फसल खराब होने के समय मुआवजा दिया गया था.
वहीं पटवारी द्वारा खराब फसल की क्रॉप कटिंग कर रिपोर्ट तैयार करके बीमा कंपनी को भेजी गई थी, उसके बावजूद किसानों को बीमा नही मिला है. किसान नेता डूंगरसिंह सिसोदिया ने बताया कि बीमा राशि के लिए पटवारी के पास जाते है तो वे बैंक जाने की बात करते है, बैंक जाते हैं तो वे पटवारी के पास जाने की बात करते हैं. किसानों को चक्कर पर चक्कर लगवाया जा रहा है, कही से कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं मिल रहा है. भारतीय किसान संघ मांग करता है किसानों को उनकी खराब फसल का मुआवजा दिया जाए.