आगर मालवा। जिले में डेंगू बुखार (Dengue Fever) से मौत का पहला मामला सामने आया है. छावनी स्थित राजीव गांधी कॉलोनी निवासी एक 23 वर्षीय युवती की डेंगू के चलते मौत हुई है. मृतका की मंगलवार को जिला अस्पताल में डेंगू की जांच कराई गई थी, तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे उज्जैन रैफर किया गया था, जहां एक निजी अस्पताल में युवती ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने सुबह शव का अंतिम संस्कार कर दिया, अब स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है क्योंकि अब तक जिले में डेंगू के 32 मरीज मिल चुके हैं.
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बुधवार को 4 नए डेंगू मरीज मिले
बुधवार को भी डेंगू के 15 सैंपलों की जांच की गई थी, जिसमें से 4 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि 11 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मंगलवार तक 28 डेंगू मरीजों (Dengue Infected Patient) की पुष्टि हुई है, जिसमें शहरी क्षेत्र के 11 और ग्रामीण क्षेत्र से 6 मरीज मिले हैं, सुसनेर ब्लॉक के 2 मरीज, बड़ोद ब्लॉक के 2 मरीज भी शामिल है, वहीं 7 डेंगू मरीज पूर्व में मिल चुके हैं. बुधवार को स्वास्थ विभाग 83 लोगों के सैंपल डेंगू की जांच के लिए लिया था, जिनमें से 51 रिपोर्ट निगेटिव व 32 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम निजी अस्पताल में भर्ती हैं कई संक्रमित
जिले में कई ऐसे डेंगू संक्रमित मरीज (Dengue Infected Patient) हैं, जिनका स्वास्थ विभाग के पास कोई आंकड़ा नहीं है. निजी अस्पतालों व पैथालॉजी में प्रतिदिन कई लोगों का डेंगू टेस्ट किया जा रहा है, स्वास्थ्य विभाग के पास अभी तक निजी पैथोलॉजी से डेंगू पॉजिटिव मरीजों की कोई जानकारी नहीं मिली है. स्वास्थ विभाग के आंकड़ों में अब तक केवल उन्हीं लोगों को शामिल किया गया है, जिनका जिला चिकित्सालय के पैथोलॉजी में डेंगू टेस्ट किया गया है, वहीं निजी पैथोलॉजी व अस्पतालों में कराए गए डेंगू टेस्ट की रिपोर्ट को सरकारी आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया है, यदि निजी पैथोलॉजी के आंकड़ों को जोड़ दिया जाए तो मरीजों की संख्या में वृद्धि हो सकती है.
संक्रमितों की निगरानी कर रहे चिकित्सक
जिला चिकित्सालय (District Hospital) में भर्ती डेंगू मरीजों की डॉक्टर लगातार सतत निगरानी कर रहे हैं. यहां प्रतिदिन सुबह डेंगू संक्रमित मरीजों के प्लेटलेट्स काउंट देखने के लिए सीबीसी जांच कराई जा रही है और रिपोर्ट के आधार पर मरीजों का उपचार किया जा रहा है. कई लोग जिला अस्पताल से ठीक होकर घर वापस जा चुके हैं, स्वास्थ्य विभाग के जागरूकता अभियान के बावजूद लोग लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं.
डेंगू जांच के लिए उमड़ रही भीड़
जिला चिकित्सालय में डेंगू की जांच शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में संदिग्ध वहां पहुंच रहे हैं. ऐसे में लेबोरेट्री के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो जाते हैं और रोजाना डेंगू टेस्ट के लिए ज्यादा सैंपल कलेक्ट करने के कारण जांच रिपोर्ट एक दिन बाद दी जा रही है. जिला चिकित्सालय से दो लैब टेक्नीशियन को इंदौर डेंगू जांच की ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था, जिसके बाद यहां भी डेंगू जांच शुरू हो गई है. जिला चिकित्सालय में डेंगू की जांच शुरू होने से आमजन को काफी राहत मिली है क्योंकि निजी पैथोलॉजी में डेंगू जांच के लिए करीब एक हजार रुपये वसूले जा रहे हैं.
सीएमएचओ एसएस मालवीय ने बताया कि दीपिका नाम की युवती की रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आई थी, जिसे उज्जैन रैफर किया गया है, युवती की मौत के संबंध में मेरे पास कंफर्म जानकारी अभी तक नहीं आई है,