आगर मालवा। जिले में हो रही लगातार बारिश के चलते एक लाख से अधिक किसानों की फसल खराब हो गई है. जिसके चलते किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
आंखों में पानी, खेतों में पानी, आखिर कैसे गुजर-बसर होगी जिंदगी, मुआवजे पर टिकी निगाहें - उड़द की फसल
जिले में अतिवृष्टि से किसानों की सभी फसलें खराब हो गई हैं. अब किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार आगर जिले में कुल 1 लाख 79 हजार हेक्टेयर में कृषि आधारित फसलें बोई गई थीं. जिसमें से 1 लाख 29 हजार हेक्टैयर में सोयाबीन की फसल थी, जबकि 13 हजार हेक्टेयर में मक्के और 14 हजार 700 हेक्टेयर में उड़द की फसल लगी थी. अन्य किस्मों की फसलें बाकी हेक्टेयर में बोई गई थीं, जो पिछले एक सप्ताह से लगातार हुई बारिश के चलते पूरी तरह से खराब हो गई है.
किसानों ने बताया कि क्षेत्र के ग्राम परसुलिया, धारूखेडी, मोडी, खेरीया, गैलाना, जाख, कडिया, नाहरखेडा, आकली, बडिया, सादलपुर, श्यामपुरा सहित कई अन्य गांवों में सोयाबीन की फसल बोई गई थी, जो अतिवृष्टि से पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. जिसके बाद किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.