आगर-मालवा। जिले से गुजरने वाले उज्जैन-झालावाड़ हाईवे पर सफर करना मतलब मौत को दावत देना जैसा साबित हो रहा है. हाईवे के जर्जर होने के कारण यहां आए दिन कोई न कोई हादसा होता रहता है. पिछले दिनों ही आगर से सुसनेर जा रही एक कार हादसे का शिकार हो गई, हादसे में चालक की मौत हो गई थी. हादसे की जांच के बाद पुलिस ने मध्यप्रदेश सड़क विकास प्राधिकरण के उज्जैन प्रबंधक के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है.
एमपीआरडीसी प्रबंधक के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कोतवाली थाना प्रभारी अजित तिवारी ने बताया कि सड़क पर हुए गड्ढे के कारण कार का टायर फट गया था, जिससे दुर्घटना हुई थी. जांच मे पाया गया कि यदि समय पर गड्ढे भर दिए जाते तो दुर्घटना टल सकती थी.
इस घटना के कारण हुआ केश
18 अक्टूबर को इंदौर के व्यापारी अनिल अपने बेटे दिव्यांश के साथ आगर से सुसनेर की ओर जा रहे थे, तभी आमला के समीप जर्जर सड़क के गड्ढे में कार का टायर फट गया और अनियंत्रित कार सामने से आ रही बस से जा टकराई, जिसमें अनिल गुप्ता की मौत हो गई, वहीं उनका पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया था. बस में राजगढ़ से चुनावी ड्यूटी के लिए जा रहे पुलिसकर्मी सवार थे. पुलिसकर्मियों ने पुरे घटनाक्रम की सूचना स्थानीय पुलिस को को दी, जिस पर पुलिस ने जांच में पाया कि हादसे की मूल वजह सडक पर बना गड्ढा है.
पहले भी दर्ज हुए हैं ऐसे केश
2007 में आगर से तनोडिया के बीच एक भीषण सड़क हादसा हो गया था, जिसमें कई जाने गई थी, जिसके बाद आगर पुलिस ने सड़क विकास प्राधिकरण के आला अधिकारियों और निर्माण एजेंसी के विरूद्ध मामला दर्ज किया था. 2007 के बाद यह दूसरा मामला है जब सड़क हादसे में ऐसी कार्रवाई की गई हो.
साइड शोल्डर हुए खस्ताहाल
हाईवे पर सड़क में तो गड्ढे हो ही गए हैं, जिसकी मरम्मत की जा रही है, लेकिन खस्ताहाल साइड शोल्डर की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. समय रहते यदि इस सड़क की ओर ध्यान न दिया गया होता, तो आने वाले समय में हादसे और भी बढ़ने की बात कही जा रही है.