आगर। लॉकडाउन में देश थमा हुआ है और लोग अपने अपने घरों में बंद हैं, ऐसे में एक बड़ी परेशानी बेजुबान जानवरों के भोजन पानी की भी है, लेकिन इस परेशानी से अलग आगर मालवा से अच्छी खबर है, क्योंकि यहां प्रशासन ने लोगों का ख्याल तो रखा ही है, साथ ही एशिया के पहले और सबसे बड़े गौ अभ्यारण्य में गौ वंश की भी अच्छी देखभाल की जा रही है.
सुसनेर विधानसभा के ग्राम सालरिया में बने देश के पहले गौ अभ्यारण्य में वैसे तो देखरेख के अभाव में एक साथ कई गायों की मौत की वजह से ये सुर्खियों में रह चुका है, लेकिन इन दिनों इस गौ अभ्यारण्य में लॉकडाउन के बावजूद गायों की पूरी तरह देखभाल की जा रही है.
गौ अभ्यारण्य प्रबंधन के मुताबिक गायों के लिए सभी व्यवस्थाओं के लिए पर्याप्त मजदूर उपलब्ध हैं. कोरोना से बचाव के चलते अभ्यारण्य में गायों की सेवा में लगे मजदूरों का प्रबंधन द्वारा समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जा रहा है. साथ ही उन्हें इससे बचाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरुक भी किया जा रहा है. फिलहाल आसपास के गांवों के ही मजदूरों को यहां साफ-सफाई से लेकर गायों के चराने का काम दिया गया है.
गौ अभ्यारण्य के डिप्टी डायरेक्टर व्ही कोसरवाल के मुताबिक गायों के लिए फिलहाल पर्याप्त मात्रा में चारा और भूसा सहित अन्य जरूरी खाद्य सामग्री उपलब्ध है, जिसे गायों में सुचारू रूप से वितरित किया जा रहा है.