आगर मालवा।कृषि विधेयक के मुद्दे पर देश के साथ साथ मध्यप्रदेश में राजनीति तेज हो गई है. जिला कांग्रेस कमेटी ने बिल का विरोध किया है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष बाबूलाल यादव ने इस बिल को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसान हितेषी होने का ढोंग करती है लेकिन इस बिल को लेकर किसानों की मुसीबत केंद्र सरकार ने और ज्यादा बढ़ा दी है. उन्होंने कहा कि किसानों को फसल बेचने से लेकर राशि के भुगतान तक काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. कांग्रेस की मांग है कि इस किसान विरोधी बिल को केंद्र सरकार वापस ले.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में किसानों की फसल खरीदने की जो व्यवस्था है वह सही है. किसान सामान्य रूप से अपनी फसल बेचते है और उन्हें रुपयों का भुगतान हो जाता है लेकिन इस बिल के आने के बाद किसानों को फसल बेचने के बाद भुगतान की कोई गरंटी नहीं रह जायेगी. संसद में भी जनमत को विश्वास में लिए बिना यह कृषि बिल पारित हुआ है. आगामी दिनों में जिला स्तर पर इस बिल के विरोध में कलेक्टर को ज्ञापन देकर विरोध किया जाएगा.
किसानों के साथ छलावा कर रही है शिवराज सरकार
कांग्रेस नेता ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज के नेतृत्व वाली सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है. 2019 के फसल बीमा के नाम पर किसानों के साथ छलावा हुआ है. किसानों को 5 से 100 रुपए का बीमा मिला है. भाजपा सरकार इसे कांग्रेस की देन बता रही है. जबकि कांग्रेस सरकार ने किसानों की खराब फसल का प्रीमियम भरा था. लेकिन भाजपा ने विधायकों की खरीद-फरोख्त में रुपए उड़ाये है.
कृषि विधेयक क्रांतिकारी पहल- नरेंद्र सिंह तोमर