अजब एमपी का गजब स्कूल, रसोईघर में संवारा जा रहा 'देश का भविष्य'
लाखाखेड़ी गांव के सरकारी स्कूल की हालत सरकार के मुंह पर तमाचे से कम नहीं है. कई बार शिकायत के बावजूद स्कूल के लिये नया भवन नहीं पाया है. हालात ये हैं कि बच्चे स्कूल के रसोईघर में बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं.
फोटो
आगर-मालवा। सरकारी स्कूल के रसोई घर में पढ़ने को मजबूर ये बच्चे और कर भी क्या सकते हैं, जब जिम्मेदार हाथ-पर हाथ धरे तमाशा देख रहे हैं. अधिकारियों की लापरवाही और शिक्षा विभाग की उदासीनता हद पार कर रही है, यही वजह है कि नौनिहालों को बारिश से बचने के लिए नए भवन का इंतजार है. आगर के लाखाखेड़ी गांव के सरकारी स्कूल की ये तस्वीर सरकार के मुंह पर तमाचे से कम नहीं है.