आगर मालवा। प्रदेश के सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र शुरू हो गए हैं. इसके बावजूद स्कूलों में बच्चों की सख्ंया कम हैं. इसके साथ ही शुरू हो गर्मी के मौसम के चलते भी बच्चे स्कूल आने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं. लिहाजा या तो स्कूल के क्लास रूम खाली पड़े हैं या स्कूल में समय से पहले ही ताले लग जाते है. वहीं शिक्षक भी बच्चों का इंतजार करते-करते वे भी घर के लिए निकल जाते है.
शहर तो शहर ग्रामीण क्षेत्रों में हालात और भी खराब है. स्कूलों में बिजली व्यवस्था नहीं होने के कारण बगैर पंखों के बैठना काफी मुश्किल है. बच्चों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक की स्थिति भी काफी खराब है. अशासकीय स्कूलों में तो दबाव बनाकर बच्चों को बुलाया जा रहा है लेकिन शासकीय स्कूलों में बच्चे पहुंच ही नहीं रहे हैं. शासन के निर्धारित मापदंड के अनुसार शिक्षक समय पर स्कूल तो खोल रहे हैं, लेकिन बच्चों के न आने के कारण कक्ष खाली पड़े रहते है. वहीं अधिकांश बच्चे गर्मी की छुट्टियां मनाने अपने रिश्तेदारों के यहां भी जा चुके हैं.