आगर। जिले के सुसनेर में आयोजित चेहल्लुम पर्व में शनिवार को साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिली. जहां लोग चेहल्लुम पर मन्नत मांगने और मन्नत पूरी करने के लिए आए. विभिन्न सम्प्रदाय के लोग एक अरदास लेकर आते हैं और मन्नत पूरी होने पर नारियल चढ़ाते हैं.
साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल बना चेहल्लुम, देशभर से मन्नत मांगने आ रहे लोग
इमाम हुसैन की याद में मनाया जाने वाला पर्व चेहल्लुम शनिवार को शुरू हो गया है. इस पर्व के दौरान लोग मन्नत मांगते हैं कहा जाता है कि यहां जो भी मन्नत मांगी जाती है पूरी हो जाती है.
सुसनेर में बोहरा समाज के लोगों ने 153 वर्षों से चली आ रही परम्परा का निवर्हन करते हुए इमाम हुसेन के चेहल्लूम पर्व की शुरूआत की. क्षेत्र में यह पर्व साम्प्रदायिक सोहार्द की एक मिसाल बना हुआ है. कहा जाता है कि यहां मन्नत मांगने से सारी मुरादे पूरी हो जाती है. इसी के चलते हर साल यहां मन्नत मांगने के लिए मुम्बई, दिल्ली, इन्दौर, कोटा, उज्जैन, राजगढ़, ब्यावरा सहित देश के कई राज्यों से लोग आते हैं.
इमाम हुसैन का यह चेहल्लूम पर्व 153 वर्षो से मनाया जाता है. यह पर्व इमाम हुसेन की शहादत के 40 दिन बाद उनकी याद में मनाया जाता है. वहीं पर्व के दूसरे दिन शहर में ताजिए निकाले जाएंगे.