आगर-मालवा। कांग्रेस सरकार एक ओर प्रदेश में गाय की चिंता करते हुए नई-नई गौ-शालाएं खोलने का दावा कर रही है. तो वहीं प्रदेश में पहले से ही संचालित एशिया की सबसे बड़ी गौ-अभयारण्य में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है. जिस वजह से कई गायें भूख-प्यास से तड़पती हुई काल के गाल में रोजाना समा रही हैं. कुछ ऐसा ही हाल है जिले के सालरिया स्थित देश की पहली कामधेनु गौ-अभयारण्य का. जहां देखरेख के अभाव में लगातार कई गाय मौत के मुंह में जा रही है.
कई मृत तो कई गंभीर रूप से हैं बीमार
कामधेनु गौ-अभयारण्य के हालातों की जानकारी मिलते ही गौअभ्यारण सीमा से जुड़े राजस्थान और मध्यप्रदेश के आस-पास के गांवों से सैकड़ों लोग गौ-अभयारण्य पहुंचे. वहां जाकर लोगों ने गौ-अभयारण्य प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. इस दौरान गौअभ्यारण 12 से भी ज्यादा गायें मृत मिली. साथ ही कई गायें गंभीर रूप से बीमार पाई गई.
ये भी पढ़ें-मां की ममता : गाय अपने बछड़े को पाने के लिए कई किलोमीटर लगाई दौड़
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरें
गो-अभ्यारण में पहुंचे नाराज लोगों ने आरोप लगाया कि रोजाना गौअभ्यारण में 30 से ज्यादा गायें मर रही हैं. इसके अलावा पिछले दो दिनों में 100 से ज्यादा गाय की मौत हुई है. जिनको ट्रैक्टर से घसीटते हुए ले जाते हुए तस्वीरें भी पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.