आगर मालवा।एमपी कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर कर भाजपा पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने लिखा कि, आगर जिले के भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश गोयल का 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ है. आवेदक अजय नायक ने आरोप लगाया है कि, मंडल अध्यक्ष ने इनकी पत्नी की आत्महत्या मामले में पुलिस की कार्रवाई से बचाने के लिए यह राशि ली है. हालांकि फोन पर मंडल अध्यक्ष ने मामले की जानकारी देते हुए पैसे लेने की बात को स्वीकार की है.
यह है मामला:वायरल हो रहे इस वीडियो में कानड़ भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश गोयल 500-500 रुपये की गड्डियां लेते हुए दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि आगर के अरनीखेड़ा के रहने वाले अजय नायक पिता बने सिंह बंजारा की पत्नी ने सुसाइड कर लिया था. पुलिस केस से बचाने के लिए उसने भाजपा नेता राजेश गोयल से बात की तो राजेश ने अजय से ससुराल पक्ष को देने के लिए 5 लाख रुपए की मांग की. उसने राजेश को पहले 1 लाख 50 हजार रुपये इसके बाद बचे हुए पैसे दे दिए. इसके अलावा राजेश ने 75 हजार रुपये की फिर से मांग की तो अजय और राजेश के बीच जमकर विवाद हो गया.
पैसे का कोई हिंसाब नहीं:अजय की मानें तो उसने पार्टी के किसी नेता से फोन पर राजेश की शिकायत की थी. वरिष्ठ नेता और अजय के बीच हुई बात का ऑडियो भी वायरल हुआ था. अजय का आरोप है कि, राजेश ने ससुरालवालों को रुपये दिए या नहीं, इसका भी कोई हिसाब नहीं है. इसके बाद वह और रुपयों की मांग करने लगा. अजय ने नोटरी भी बनवाकर रखी है, जिसमें मंडल अध्यक्ष द्वारा परेशान करने की बात कही गई है.
Umaria Patwari bribe रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए RI और पटवारी, दलाल भी गिरफ्तार
पैसे लेने की बात स्वीकारी:इधर मामले को लेकर मंडल अध्यक्ष से जब फोन पर बात की गई तो उन्होंने ETV- Bharat को बताया कि, 'यह मामला 2 परिवारों के आपसी लेनदेन का था. सामने वाले परिवार के ससुराल पक्ष के लोग 12 लाख रुपये की मांग कर रहे थे. बीच में हमने मध्यस्थता की थी और एक माह पहले 3 लाख रुपये जो नगद लिए थे वह किसी के चोरी में नहीं 50 लोगों के सामने लिए थे. जो भी आरोप लग रहे हैं वह गलत हैं. इस मामले को लेकर पार्टी से बाहर भी निकाल दिया गया है. पार्टी जो निर्णय लेगी उसका स्वागत है. वीडियो में जो रुपये लेते हुए दिखाया जा रहा है. वह रिश्वत नहीं है. अजय के ससुराल वालों को चुकाने के लिए थे. अजय और उसके ससुराल वालों का सामाजिक मामला था. राजेश ने कहा कि, अजय के ससुराल पक्ष के लोग उससे ब्याज सहित पैसा मांग रहे थे, लेकिन सामाजिक बैठक के बाद 4 लाख 25 हजार रुपए (मूल राशि) लौटाने पर सहमति बनी थी. अजय से रुपए लेकर देने की जिम्मेदारी मुझे दी गई थी. इसके बाद उसने 3 लाख रुपए दिए थे'.