आगर। जिले के सुसनेर में लॉकडाउन के चलते कई छात्र और मजदूर वर्ग बाहरी शहरों से अब अपने मूल स्थान सुसनेर पहुंचने लगे हैं. लेकिन उन लोगों के द्वारा सुसनेर में आने के बाद भी प्रशासन को जानकारी नहीं दी जा रही है. ऐसे में इन लोगों की जानकारी जब भी प्रशासन को लगती है तो प्रशासन की टीम के द्वारा उनके घर पर पहुंच करके उन्हें होम क्वॉरेंटाइन करने की कार्रवाई की जा रही है. रविवार को प्रशासन की टीम ने सुसनेर में बाहर से आए कुल 26 लोगों को 14 दिनों के लिये होम क्वॉरेंटाइन करने की कार्रवाई की है.
आगर : बाहर से आए 26 लोगों को प्रशासन ने किया क्वॉरेंटाइन
जागरूकता के अभाव में बाहर से आने वाले कुछ लोग अभी भी अपने आप को क्वॉरेंटाइन न करते हुए बाहर घूम रहे हैं. ऐसे में जिला कलेक्टर के आदेशानुसार प्रशासन के द्वारा ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनको 14 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन करने की कार्रवाई की जा रही है.
बाहर से आने वाले इन लोगों से वचन पत्र भी प्रशासन के द्वारा भरवाए गए हैं. रविवार को तहसीलदार ओशीन विक्टर, पटवारी,नगर परिषद कर्मचारी मुकेश जगताप ने सुसनेर के सराफा बाजार, सेठान जी की गली, सत्यनारायण गली, तहसील रोड, डाक बंगला क्षेत्र में छोटा जीन और आगर रोड सहित कई अन्य जगहों पर बाहर से आने वाले 26 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया है.
दरअसल देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे सुसनेर शहर के लोग वहां खतरे को देखते हुए अब वापस अपने नगर पहुंच रहे हैं. इनमें से कई लोग ऐसे हैं जो अभी तक प्रशासन की जानकारी के बगैर ही वापस लौट आए हैं. हालांकि शिक्षित परिवार के लोग जो बाहर से पहुंचने पर प्रशासन को अपनी जानकारी दे रहे हैं. वहीं कुछ ऐसे परिवार के सदस्य हैं जो जागरूकता के अभाव में अभी भी अपने आप को क्वॉरेंटाइन न करते हुए बाहर घूम रहे हैं. ऐसे में जिला कलेक्टर के आदेशानुसार प्रशासन के द्वारा ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनको 14 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन करने की कार्रवाई की जा रही है.