भोपाल। कांग्रेस के विधायकों की बैठक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संपन्न हुई. बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भले ही करीब 10 विधायकों को बीजेपी की तरफ से प्रलोभन देने की बात कही हो, लेकिन विधायकों ने इस तरह की बातचीत से इंकार किया है.
विधायकों का कहना है कि कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं. जिस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, वह सब कोरी अफवाहें हैं. इस बैठक में खासतौर पर 23 मई को होने वाली मतगणना में अलर्ट रहने को कहा गया है. साथ ही सभी विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की कार्ययोजना बनाकर विकास कार्य में जुड़ने को कहा गया है.
कांग्रेस विधायकों की हुई बैठक
बैठक के बाद विधायक नीलांशु चतुर्वेदी का कहना है कि इस बैठक में मतगणना को लेकर सारी चीजें बताई गई हैं. 23 मई को चुनाव परिणाम के लिए लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है. मतगणना किस तरह से कराना है, उसकी ट्रेनिंग दी गई है. उसके बाद वह प्रदेश में क्या कर सकते हैं, इसका प्रस्ताव तैयार करके मध्यप्रदेश की जनता और क्षेत्र के लिए काम करना है. वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की राज्यपाल को लिखी चिट्ठी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस चर्चा का कोई औचित्य नहीं है. नेता प्रतिपक्ष का क्या सोचना है, उससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है.
कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी ने कहा कि पार्टी के सभी विधायक एकजुट हैं और बीजेपी नेताओं की ये बात झूठी है कि कांग्रेस अंतर्कलह से जूझ रही है और हमारे विधायक भाजपा के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि तत्कालीन बीजेपी सरकार के कई घोटाले खुलने वाले हैं और कई भाजपा नेता जेल जाने वाले हैं, इसलिए नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव छटपटा रहे हैं. वहीं विधायक हरदीप सिंह डंग ने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के पत्र को लेकर कहा कि वह सब तैयार हैं और बाहर जो कयास लगाए जा रहे हैं, ऐसा कुछ नहीं है. मतगणना को लेकर उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल के जरिए जनता को भ्रमित किया जा रहा है.