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जज्बे और हुनर को सलाम: दुर्घटना में खराब हो गए थे दोनों हाथ, बावजूद उन्हीं हाथों से डेवलप की लिखने की आठ स्टाइल - उज्जैन लेटेस्ट न्यूज

जज्बा, हौसला और जीने की ताकत किसे कहते हैं, यह जानना है तो मिलिए उज्जैन की एक ऐसी महिला से जो अपने दोनों हाथों से एक साथ आठ तरीके से लिखती हैं. अलग अलग स्टाइल में लिखने की ये स्टाइल उन्होंने उन्हीं हाथों से डेवलप की हैं जो दुर्घटना में पूरी तरह खराब हो गया था. पढ़िए पूरी स्टोरी यहां,

ujjain teacher monica panchal
उज्जैन की शिक्षिका मोनिका पांचाल

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Published : May 8, 2022, 5:56 PM IST

उज्जैन।थ्री इडियट मूवी आमतौर पर सभी ने देखी होगी. इस मूवी में वायरस का किरदार निभाने वाले डॉ वीरू सहस्त्रबुद्धे अपने दोनों हाथों से लिखते थे. कुछ इसी तरह उज्जैन की एक महिला जो अपने दोनों हाथों से लिखतीं हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपने बच्चे के लिए इंस्पिरेशन बनाना चाहतीं है. इसलिए वे कुछ ऐसा करना चाहतीं थी कि उनके बच्चे भी उनकी तरह बने.

उज्जैन की शिक्षिका मोनिका पांचाल ने उंगलियां से कलाबाजी दिखाई

सड़क हादसे में नाकाम हो गया था हाथ:उज्जैन की रहने वाली शिक्षिका मोनिका पांचाल कुल 8 तरह की अलग-अलग स्टाइल में से लिखना जानती हैं. दुर्घटना में शिक्षिका का सीधा हाथ नाकाम हुआ तो बाएं हाथ को सक्षम बनाया और दोनों हाथों से लिखने लगीं. एक स्कूल की इंग्लिश टीचर मोनिका पांचाल स्कूल जाते समय 22 दिसंबर 2013 को सड़क हादसे का शिकार हो गईं थीं. हादसे में ट्रक के नीचे आ जाने से मोनिका के सीधे हाथ ने काम करना बंद कर दिया था. लंबे उपचार के बाद भी उनकी कोहनी निकालनी पड़ी और चिकित्सकों ने प्लेट्स डालकर हाथ को काम करने लायक बना दिया, लेकिन मोनिका को मलाल था कि अब वे बच्चों को कैसे पढ़ा पाएंगी. उपचार के बाद भी हाथ अपनी 68 प्रतिशत कार्य क्षमता खो चुका था.

अक्षमता को बनाया चुनौती:मोनिका को जब लगने लगा कि ऐसे तो उनका कैरियर खत्म हो जाएगा, तो उन्होंने अपनी अक्षमता को एक चुनौती के रूप में लिया और उल्टे हाथ से लिखना सीखने लगीं. कोरोना के समय मोनिका पांचाल ने अपने उल्टे हाथों से लिखना शुरू किया, और धीरे-धीरे वे लिखने लगीं. इसके बाद उन्होंने अपने सीधे हाथ से भी लिखना शुरू किया. धीरे-धीरे मोनिका दोनों हाथों से लिखने लगीं. जब पहली बार उन्होंने उल्टे हाथ में कलम पकड़ी तो हाथ कांप रहे थे, शब्द नहीं बन रहे थे, लेकिन कुछ दिनों में उन्हें इसमें सफलता मिलने लगी. अब मोनिका पांचाल अलग-अलग आठ स्टाइल में दोनों हाथों से लिख सकती हैं.

पांचाल ने कहा परिवार का पूरा सहयोग:

इलाज के दौरान हाथ के काम कर देना बंद करने से में हताश थीं. ऐसे में परिवार ने मेरी हिम्मत बढ़ाई. पिता के घर इंदौर रही. उन्होंने भी हौसला दिया. भगवान में आस्था से प्रेरणा मिलती रही. हाल में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में दोनों हाथों से लिखने वाली बालिका का उल्लेख किया, तो मुझे लगा कि मैं कुछ विशेष करने लगी हूं.

आठ तरीके से लिखने का है टैलेंट: मोनिका पांचाल ने बीते 2 सालों के लॉकडाउन में ऑनलाइन क्लास के दौरान अलग-अलग तरह से दोनों हाथों से लिखने का अभ्यास किया. अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में सीधे, उल्टे और दर्पण यानी की मिरर इमेज को कुल मिलाकर 8 तरह से लिख सकती हैं. विशेष बात यह है कि दोनों हाथों से एक ही समय में अलग-अलग तरीके से लिखने में उन्होंने दक्षता अर्जित कर ली है. मोनिका की अब तक कुल पांच सर्जरी हो चुकी हैं.

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मोनिका के लिखावट के प्रकार:

  1. अंग्रेजी में दोनों हाथों से लिखना.
  2. दोनों हाथों से शब्दों के अलग-अलग अक्षर लिखना.
  3. दूसरे हाथ से लिखे गए अंग्रेजी के शब्द की मिरर इमेज को एक साथ लिखने के लिए दोनों हाथों का इस्तेमाल करना.
  4. एक साथ दूसरे हाथ से लिखे गए का उल्टा लिखना.
  5. दोनों हाथों से हिंदी में लिखना.
  6. दोनों हाथों से एक ही शब्द के अलग-अलग अक्षर हिंदी में लिखना.
  7. अलग-अलग हाथों से एक साथ अंग्रेजी और हिंदी में पाठ लिखना.
  8. दूसरे हाथ से लिखे गए हिंदी के शब्द की मिरर इमेज को एक साथ लिखने के लिए दोनों हाथों का इस्तेमाल करना.

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