उज्जैन। शहर में भगवान गणेश के एक ऐसे भक्त रहते हैं, जिन्होंने अपना मकान ही गजानन के नाम समर्पित कर दिया. 75 वर्षीय ओम प्रकाश गुप्ता ने अपने मकान का नाम ही श्री विनायक रख दिया है. इतना ही नहीं वह पिछले 60 सालों से भगवान गणेश की अलग-अलग प्रतिमाएं इकट्ठा कर रहे हैं. ओम प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि उनके घर में 5 हजार से ज्यादा भगवान गणेश की प्रतिमाएं हैं. जिसे उन्होंने देशभर के अलग-अलग स्थानों से जाकर लाया है. इसमें विघ्नहर्ता की हर धातु से बनी, हर प्रकार की मूर्ति मिलेगी. भक्त ओम प्रकाश का यह घर अब गणेश म्यूजियम में परिवर्तित हो चुका है. गणेश उत्सव पर दूसरे शहर से भी श्रद्धालू गणेश प्रतिमाएं देखने के लिए यहां आते हैं.
60 साल से सहेज रहे गणेश प्रतिमाएं
महाकाल मंदिर के पीछे बना 5000 से अधिक गणेश प्रतिमाओं का म्यूजियम अपने आप में अलग है. संभवतः देशभर में एक साथ इतनी गणेश प्रतिमाएं एक छत के नीचे मिलना मुश्किल है. शहर के ओमप्रकाश गुप्ता जीवनभर से इन्हें सहेजते आए हैं. वह बताते हैं कि जिस उम्र में बच्चे खिलौने से खेलते हैं, उस उम्र में वह अपने पिता से गणेश प्रतिमा मांगकर उन्हें अच्छे से रख लेते थे. आज ओम प्रकाश गुप्ता को गणेश प्रतिमाएं इकट्ठा करते हुए करीब 60 साल हो गए हैं. इसके बाद भी गणेश जी प्रतिमांओं को सहेजकर रखने का अभियान जारी है.
घर को गणेश म्यूजियम में बदला
देशभर के अलग-अलग शहरों और चार धाम की यात्रा कर ओम प्रकाश ने भगवान गणेश की प्रतिमाएं इकट्ठा की हैं. ओम प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि इंदौर, ओम्कारेश्वर, सागर, टीकमगढ़, नेपाल सहित कई शहरों से वह मुर्तियां लेकर आए. उन्होंने अपने घर में 14 बॉय 18 के कमरे को गणेश म्यूजियम में बदल दिया है. ओम प्रकाश ने अपने घर का नाम भी 'श्री विनायक' रखा है. आज उनके घर के हर कोने में गणेश विराजित हैं.