उज्जैन। मध्यप्रदेश में शहरों का जन्मदिन मनाने की कड़ी में इस साल उज्जैन का जन्मोत्सव 2 अप्रैल को गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा. चूंकि इस दिन गुड़ी पड़वा पर्व भी है, इसलिए महाकाल की नगरी के जन्मोत्सव की तैयारियों जोरों पर हैं. पर्व की पूर्व संध्या पर गीतकार मनोज मुंतशिर जबकि रात को शिप्रा के घाट किनारे कैलाश खेर प्रस्तृती देंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित तमाम बड़े नेता व मंत्री भी शामिल होंगे.
आकर्षक लाइटों से रोशन होगा शहर:जन्मोत्सव के चलते शहर को आकर्षक लाइटों से रोशन किया गया. कोरोना के चलते पिछले दो साल से गुड़ी पड़वा पर्व से पहले होने वाला 9 दिवसीय विक्रमोत्सव का आयोजन नहीं किया जा रहा था. इस बार 25 मार्च को राज्यपाल ने आयोजन का शुभारंभ किया था, जो सीएम शिवराज की मौजूदगी में 2 अप्रैल को पर्व के साथ समाप्त होगा. इस बार गुड़ी पड़वा पर्व यानी हिन्दू नव वर्ष पर उज्जैन के नाम एक और इतिहास कायम होने जा रहा है क्योंकि माना जाता है अवन्तिका नगरी उज्जैनी का इतिहास सृष्टि की रचना यानी गुड़ी पड़वा के दिन से ही हो गया था.
जिला कलेक्टर व एसपी ने लिया जायजा:पर्व से पहले घाटों की सफाई से लेकर आम जन की सुरक्षा पर फोकस किया जा रहा है. आकर्षण के लिए घाटों पर रंगोली बनाई जा रही है. एक बार फिर घाटों पर दीपक की रोशनी देखने को मिल सकती है. जिला कलेक्टर व एसपी ने तैयारियों को लेकर जायजा भी लिया. गौरव दिवस को मनाने का उद्देश्य शहर की विरासत को भी सामने लाना है. जिससे राजा विक्रमादित्य से लेकर कालिदास, श्री कृष्ण की नगरी से सम्बंधित जानकारी भी मिल सकेगी.