उज्जैन(Ujjain)।बाबा महाकाल (Mahakal) की नगरी उज्जैन अब जल्द ही साइंस सिटी (Science City) के रूप में भी पहचाना जाएगा. गुरुवार को कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत (Governor Thawarchand Gehlot) की अध्यक्षता में बसंत विहार स्थित तारामंडल पर भूमि पूजन किया गया. यहां तीन फेज में अलग-अलग निर्माण होंगे. आगमी दो सालों में करीब 15 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से थ्रीडी स्टूडियो (3D Studio), इनोवेशन हब (Innovation Hub) और लैब (Lab) बनकर तैयार होगा.
उप क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र लेगा आकार
उज्जैन के बसंत विहार स्थित 21.75 एकड़ में फैले तारामंडल की जमीन पर उप क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र आकार लेगा. गुरुवार शाम तारामंडल पर एक भव्य समारोह में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा सहित विद्या भारती के जयंत सहस्त्र बुद्धि ने तारा मंडल की जमीन पर भूमि पूजन किया. पूजन के बाद कार्यक्रम में आम लोगों को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि अब उज्जैन को साइंस सिटी के रूप में नई पहचान मिलेगी. कई लोग यहां आकर विज्ञान को समझेंगे.
15 करोड़ से ज्यादा की लागत से बनेगी साइंस सिटी