उज्जैन। राज्य के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और उनके सिपहसालार दावा करते नहीं थकते, कि सबकुछ ठीक है. अस्पतालों की ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी नहीं है, अस्पतालों में पर्याप्त बेड हैं. इन दावों पर यकीन तो पहले भी करना मुश्किल थाा, अब अस्पताल भी खुलकर कह रहे हैं ऑक्सीनज की भारी कमी है.
सुबह 4:30 बजे सूख गई स्टाफ की सांसें
सीएम शिवराज और उनके सिपहसालार बार बार कह रहे हैं कि प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी नहीं है. जिलों के कलेक्टरों ने भी इसके आदेश दे रखे हैं. लेकिन हकीकत में ऐसा हो नहीं रहा.उज्जैन के RD गार्डी मेडिकल कॉलेज के डीन एमके राठौर बताते हैं कि आज सुबह 4:30 बजे ही ऑक्सीजन खत्म होने का अलार्म बजा, तो पूरे स्टाफ की सांस सूख गई. तुरंत प्रशासन से संपर्क किया, तो आला अफसर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने 50 सिलेंडर मंगवाए. डॉक्टर राठौर ने बताया सच तो ये है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी है. यही हाल रहा तो 140 बेड चलाना मुश्किल हो जाएगा.
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