उज्जैन। चैत्र माह की भूतड़ी अमावस्या पर उज्जैन के कालियादेह पैलेस पर श्रद्धालुओं का मेला लगा, जहां कष्टों से परेशान लोग शिप्रा नदी में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन 52 कुंड में स्नान करने से कष्टों से मुक्ति मिल जाती है.
भूतड़ी अमावस्या पर महाकाल की नगरी में लगा श्रद्धालुओं का मेला, कष्टों से मुक्ति के लिए पीड़ितों ने लगाई शिप्रा में डुबकी - मेला
महाकाल की नगरी उज्जैन में भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालु 52 कुंड में डुबकी लगाने पहुंचे, मान्यता है कि इस दिन 52 कुंड में स्नान करने से कष्टों से परेशान लोगों को मुसीबत से छुटकारा मिलता है.
52 कुंड किनारे लगा मेला
उज्जैन के केडी पैलेस के बावन कुंड की मान्यता है कि जिस पर भी बुरी आत्मा का साया हो और वह एक बार 52 कुंड के सूर्य कुंड और ब्रह्म कुंड में भूतड़ी अमावस्या पर डुबकी लगाये तो उसकी सभी प्रकार की बलायें दूर हो जाती हैं. स्कंद पुराण में भी इसका उल्लेख मिलता है. भूतड़ी अमावस्या के अवसर पर यहां मेला लगता है, जिसे भूतों का मेला भी कहा जाता है. श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं और शरीर के कष्टों को भगाने के लिए शिप्रा में डुबकी लगाते हैं.