मुरैना/सतना। चंबल नदी में पानी का स्तर लगातार बढ़ने के कारण आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. वहीं बाढ़ के हालातों को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. इसी बीच जिले की सबलगढ़ थाना प्रभारी की एक तस्वीर काफी चर्चाओं में है. सबलगढ़ थाना इलाके के बटेश्वरा गांव में अचानक बाढ़ का पानी घुस आया, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई. जब इसकी सूचना थाना प्रभारी केके सिंह को लगी तो सीधे अपनी टीम को लेकर गांव में पहुंचे और वहां से बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम शुरू किया.
पुलिस स्टाफ ने कंधों पर बैठाकर बच्चों को निकाला पूरे जिले में पुलिस की सराहना :ग्रामीणों ने बताया कि धीरे-धीरे गांव में बाढ़ का पानी भरने लगा, लेकिन थाना प्रभारी ने हिम्मत नहीं हारी. बाढ़ के पानी के बीच लगातार गांव के बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालते रहे. पुलिस प्रशासन की टीम ने गांव के सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. पुलिस की इस मानवता व बहादुरी की चर्चा पूरे जिले में हो रही है.
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नदी में डूबने लगे तीन युवक, एक की अस्पताल में मौत : सतना के रैगाव के राम जानकी मंदिर में भगवात कथा समापन के बाद नदी में पूजन सामग्री एवं वेदी विसर्जन करने गए एक व्यक्ति नदी में डूबने लगा. बचाने गए 2 अन्य युवक भी नदी में फंस गए, जिन्हें ग्रामीणों की मदद से नदी से बाहर निकाला गया. उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया. जहां उपचार के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो की हालात गंभीर है. सतना जिले के रैगाव विधानसभा क्षेत्र ग्राम पंचायत पड़रौत में स्थापित राम जानकी मंदिर में ग्रामीणों की मदद से भागवत कथा कराई गई थी. कथा के समापन के बाद पूजन सामग्री एवं वेदी का विसर्जन करने के लिए ग्रामवासी पास के नदी में गए थे. विसर्जन के दौरान एक व्यक्ति अरुण गुप्ता उम्र 42 का नदी के पास पैर फिसल गया और वह नदी में डूब गया. डूबते हुए देख मौके पर मौजूद गांव के दो अन्य युवक धीरज बागरी एवं बबलू गुप्ता नदी में कूदकर उसे बचाने लगे. जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान अरुण गुप्ता की मौत हो गई.
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