सतना।जिले की एक ऐसी महिला जिसे 110 बच्चियां मां कहकर पुकारती हैं. कृष्ण नगर क्षेत्र में रहने वाली सोनिया जौली ने साबित कर दिखाया है कि बेटियां समाज के लिए बोझ नहीं है(Satna Sonia Jolly Adopted Daughter). उन्होंने अपनी खुद की जिम्मेदारी पर वर्तमान समय में 110 बच्चियों की पूरी शिक्षा दीक्षा का खर्च उठाया है. यह सभी बेटियां उन्हें मां कहकर पुकारती हैं. ईटीवी भारत के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि कौन है सोनिया जौली और कैसे उन्हें इसकी प्रेरणा मिली. (Satna Sonia Jolly mother of 110 daughters)
बेटियों को बनाएं शिक्षित: देश के अंदर बेटियां समाज के हर वर्ग में उपेक्षा का शिकार है. परिस्थितियों से हर व्यक्ति भली-भांति अवगत है. लोग बेटियों को या तो जन्म से पहले ही पेट में मार देते हैं, या तो उन्हें लावारिस छोड़ देते हैं. लेकिन हमारा समाज यह भूल जाता है कि बेटियों को अगर शिक्षित किया जाए तो वह बेटियां समाज में एक मिसाल के कायम कर सकती हैं. बेटों से कहीं ज्यादा बेटियां कमाल कर सकती हैं और अपनी एक अलग पहचान भी बना सकती हैं. (Satna Mother India)
110 बच्चियों का उठाया बीड़ा:सतना शहर के कृष्ण नगर क्षेत्र में रहने वाली 56 वर्षीय सोनिया जौली नामक महिला ने साबित कर दिखाया है की बेटियां बोझ नहीं होती है. उनका मानना है कि बेटी है तो कल है, बेटियां हमारे समाज का आईना है, बेटियों से ही बेटों का घर है. सोनिया एक गृहणी है, वह खुद दो बच्चों की मां भी हैं. सोनिया जौली 21 वर्ष की उम्र से ही समाज सेवा करती आ रही हैं. उन्हें समाज में बेटियों के प्रति ज्यादा लगाव रहता है. सोनिया ने 31 वर्ष की उम्र में 5 गरीब और निर्धन बच्चियों को गोद लिया और इन पांचों बच्चियों की निशुल्क पूरी शिक्षा दीक्षा सहित पूरा खर्च उठाने का बीड़ा उठाया. देखते ही देखते उनके पास बच्चियों की संख्या बढ़ने लगी. वर्ष 2019 में सोनिया जौली के पास 51 बच्चियों की पूरी शिक्षा दीक्षा की जिम्मेदारी थी. 2020 में 55 बच्चियां हुई, और वर्तमान समय 2022 में सोनिया ने 110 बच्चियों की पूरी शिक्षा दीक्षा सहित उनका पूरा खर्च उठा रही हैं. (Upkar Society Satna)