सतना। स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत गरीबों को मकान देने का दावा सतना में फेल होता नजर आ रहा है. 2018 में पूरा होने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर के चिन्हित गरीब परिवारों को ये मकान दिये जाने थे. लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते अभी तक एक भी गरीब को उनका आवास नहीं मिला है. ऐसे में झुग्गियों में रहने वाले गरीब निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं लेकिन इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
दरअसल स्मार्ट सिटी योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शहर में लगभग 200 करोड़ की लागत से गरीबों के आवास बनाए जा रहे हैं. जिसमें 2018 तक शहर के चिन्हित गरीब परिवारों को यह मकान दिए जाने थे, लेकिन कछुए की गति से चल रहा प्रशासन एक भी आवास गरीबों को नहीं दे पाया. अधिकांश मकान खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला प्रशासन गरीबों का आशियाना दिलाने में कितना गंभीर है.