सागर। आपसे कहा जाए कि कोई व्यक्ति 19 हजार बेटियों के पिता होने का फर्ज निभा रहा है, तो इस बात पर आपको यकीन नहीं होगा. लेकिन शिवराज सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री और MP विधानसभा के सबसे वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव अपने विधानसभा क्षेत्र में 19 हजार बेटियों के धर्म पिता कहलाते हैं. गोपाल भार्गव सामूहिक विवाह सम्मेलन के जरिए अब तक 19 हजार 7 सौ बेटियों के हाथ पीले करा चुके हैं. इतना ही नहीं कन्यादान के बाद वह पिता के हर फर्ज को भी निभाते हैं.
सामूहिक विवाह सम्मेलनों को दिया बड़ा स्वरूप: गोपाल भार्गव ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम का सिलसिला उस वक्त शुरू किया था, जब मुख्यमंत्री कन्यादान योजना चर्चा में ही नहीं थी. मुख्यमंत्री कन्यादान योजना अस्तित्व में आने के बाद गोपाल भार्गव ने सामूहिक विवाह सम्मेलनों को बड़ा स्वरूप दिया और उनका ये शुभ कार्य गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. आगामी 19 मई को गोपाल भार्गव के विधानसभा क्षेत्र में फिर सामूहिक विवाह सम्मेलन होने जा रहा है. इस दौरान वह एक बार फिर सैकड़ों बेटियों का कन्यादान लेंगे.
2001 में शुरू किया था पुण्य विवाह का सिलसिला:गोपाल भार्गव 1985 से रेहली विधानसभा से लगातार विधायक चुने जा रहे हैं. लेकिन शुरुआती दौर में उन्होंने काफी संघर्ष किया है. गोपाल भार्गव अपने सामाजिक सरोकारों के कामों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने विधायक रहते हुए 2001 में अपने विधानसभा क्षेत्र के छिरारी गांव से पुण्य विवाह का सिलसिला शुरू किया था. उन्होंने संकल्प लिया था कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र की गरीब बेटियों की हर साल समारोह पूर्वक शीदी संपन्न कराएंगे.
मंत्री बनते ही विवाह समारोह को दिया उत्सव का स्वरूप: मध्यप्रदेश में 2003 में जब भाजपा की सरकार बनी तो गोपाल भार्गव को कैबिनेट मंत्री बनाया गया. उन्होंने अपने संकल्प को दोहराते हुए इस आयोजन को उत्सव का स्वरूप दिया. 2006 में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जब मुख्यमंत्री कन्यादान योजना शुरू की गई, तो गोपाल भार्गव ने अपने सामूहिक विवाह सम्मेलन को और बड़ा स्वरूप दिया. एक तरफ जहां वह व्यक्तिगत और सामाजिक सहयोग के जरिए सम्मेलन में विवाह करने वाली बंधुओं को विशेष उपहार देते थे. तो वहीं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का भी लाभ इन कन्याओं को दिलवाते थे.
और ऐसे बन गया गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड:अपने विधानसभा क्षेत्र के छिरारी गांव से सामूहिक विवाह सम्मेलन का सिलसिला शुरू करने वाले गोपाल भार्गव हर साल हजारों की संख्या में बेटियों के कन्यादान किए जाने लगे. धीरे-धीरे ये आंकड़ा 19 हजार 7 सौ तक पहुंच गया. गोपाल भार्गव अब तक 18 सामूहिक विवाह सम्मेलन में 19 हजार 7 सौ कन्याओं का कन्यादान कर चुके हैं. एक विधानसभा स्तर पर इतने बड़े पैमाने पर बेटियों की शादी का पुण्य कार्य करने की उनकी उपलब्धि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल की गई है.