सागर। शहर को केंद्रीय जेल परिसर में सिटी कमर्शियल सेंटर की सौगात मिल सकती है. वहीं जेल परिसर में स्थापित बुंदेला विद्रोह के महानायक मधुकर शाह (Freedom fighter madhukar shah bundela) का भव्य स्मारक बनाने की तैयारी चल रही है. मधुकर शाह बुंदेला को सागर जेल में फांसी दी गई थी. केंद्रीय जेल में क्षमता से डेढ़ गुना कैदी हैं और जेल लगभग 180 साल पुरानी है. इसलिए जेल को विस्थापित करने की तैयारी हो रही है.
180 साल पुरानी जेल का होगा विस्थापन: सागर केंद्रीय जेल की स्थापना 1843 में ब्रिटिश शासन में की गई थी. दरअसल इस जेल की स्थापना 1842 में अंग्रेजों के खिलाफ बुंदेला विद्रोह को दबाने के लिए की गई थी. बुंदेला विद्रोह के महानायक मधुकर साहब को भी इसी केंद्रीय जेल में फांसी दी गई थी. 180 साल पुराना यह जेल जर्जर हालत में पहुंच चुका है. जिसको देखते हुए जेल विभाग ने शासन से करीब 16 किमी की दूरी पर 197 एकड़ जमीन मांगी है. शासन के पास जमीन का प्रस्ताव लंबित है. सरकार की मुहर लगते ही केंद्रीय जेल के विस्थापन की तैयारियां शुरू हो जाएंगी.
सुविधाएं से भरपूर सिटी कमर्शियल सेंटर बनेगा:शासन ने भले ही अभी जेल विभाग को मांगी गई जमीन उपलब्ध नहीं कराई है. लेकिन सरकार की पुनर्घनत्वीकरण योजना के अंतर्गत केंद्रीय जेल परिसर में अत्याधुनिक सिटी कमर्शियल सेंटर बनाने की तैयारी मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड ने शुरू कर दी है. फिलहाल केंद्रीय जेल परिसर के 45 एकड़ जमीन में से करीब 16 एकड़ जमीन में जेल विभाग द्वारा खेती और बागवानी की जाती है. इसका मुआयना मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड की टीम द्वारा कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि हाउसिंग बोर्ड शहर के बीचों-बीच बनी केंद्रीय जेल परिसर में सिटी कमर्शियल सेंटर बनाने की तैयारी कर रहा है. इस सेंटर में व्यवसाय से जुड़ी सभी सुविधाएं मौजूद होंगी.