सागर (Sagar)।मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सबसे बड़े वन्य जीव अभ्यारण्य नौरादेही (Nauradehi Forest Sanctuary) के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. अगले साल होने वाली बाघों की गणना (Tiger Census) में पहली बार नौरादेही अभ्यारण्य भी शामिल होगा. ये उपलब्धि नौरादेही अभ्यारण्य को कान्हा (Kanha Tiger Reserve) और बांधवगढ़ नेशनल पार्क (Bandhavgarh Tiger Reserve) से आए बाघ-बाघिन राधा-किशन के कारण मिली है. दरअसल अभ्यारण में राधा-किशन ने अपना कुनबा बढ़ाकर नौरादेही में बाघों की संख्या को 5 पर पहुंचा दिया है. बता दें, बाघों की गणना के लिए वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है. पहली बार मोबाइल एप का उपयोग बाघों की गणना में किया जाएगा.
बाघों की गणना के लिए दी ट्रेनिंग
हर 4 साल में होने वाली बाघों की गणना के लिए नौरादेही अभ्यारण्य में अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. जबलपुर के विशेषज्ञ बाघों की गणना के लिए नौरादेही अभ्यारण्य से संबंधित सागर, दमोह, नरसिंहपुर और जबलपुर अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं. भारतीय वन्य प्राणी संस्थान देहरादून और एसएफआरआई जबलपुर के विशेषज्ञों ने बाघों की गणना का प्रशिक्षण दिया है. प्रशिक्षण में 6 रेंजर, 6 वनपाल और 10 फाइटर को शामिल किया गया है. इन सभी को ट्रेनिंग के बाद मास्टर ट्रेनर भी बनाया जाएगा.
पगमार्क नहीं इस बार मोबाइल एप से होगी गणना