सागर।बुंदेलखंड की महिला किसान अब आधुनिक कृषि की तरफ आकर्षित हो रही हैं. इसके लिए सरकारी योजनाओं का भी उन्हें भरपूर सहारा मिल रहा है. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश आजीविका मिशन के प्रयासों से सागर जिले में महिला किसान थाई अमरूद की खेती कर रही हैं. जिले की 11 विकासखंड की करीब 1000 महिलाओं ने ग्रामीण इलाकों में करीब 50 हजार थाई अमरूद के पौधे लगाए हैं. थाई अमरूद का पौधा डेढ़ साल में फसल देने लगता है, इसका एक फल 2 किलो तक का हो सकता है. इन थाई अमरूदों की कीमत सामान्य अमरूद से काफी ज्यादा होती है. इसकी खेती करने से अब महिलाएं ज्यादा मुनाफा कमा सकती हैं. रिपोर्ट पढ़ें
थाई अमरूद की खेती को प्रोत्साहन
मध्य प्रदेश आजीविका मिशन की सागर जिला अधिकारी द्वारा महिला स्व सहायता समूह को थाई अमरूद की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसके लिए आजीविका मिशन द्वारा थाई अमरूद के 50 हजार पौधे बुलाए गए हैं. जिनका रोपड़ सभी विकासखंड में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा किया गया है. यही महिलाएं इसकी देखरेख भी करेंगी. सभी विकासखंड की करीब 1 हजार महिलाएं थाई अमरूद की खेती कर रही हैं.
थाई अमरूद की विशेषताएं
थाई अमरूद की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि थाई अमरूद का पौधा 18 महीने में ही फल देने लगता है. इसकी खास बात ये भी है कि यह साल में दो बार फल देता है और थाई अमरूद सामान्य अमरूद से काफी बड़ा होता है. इसका वजन 1 किलो से लेकर 2 किलो तक होता है. थाई अमरूद की सामान्य अमरूद से कीमत भी काफी ज्यादा होती है. स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह लो शुगर वाला होता है.
ऐसे करें थाई अमरूद की खेती