सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज अपने इलाज से कम बल्कि वहां होने वाली घटनाओं के चलते ज्यादा सुर्खियों में रहता है. ताजा खबर मेडिकल कॉलेज परिसर में चलने वाले नर्सिंग कॉलेज से निकलकर आई है. जहां नर्सिंग स्टूडेंट्स ने कॉलेज के एमबीबीएस स्टूडेंट्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नर्सिंग स्टूडेंट्स का कहना है कि एमबीबीएस स्टूडेंट उनके साथ अभद्रता करते हैं. गुरुवार को उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया. जब इसकी शिकायत करने नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं डीन के पास पहुंची, तो डीन ने नर्सिंग छात्राओं को ही उल्टा दोषी ठहरा दिया. (Sagar BMC nursing student accuses MBBS student)
Sagar Student misbehavior सागर नर्सिंग स्टूडेंट ने एमबीबीएस स्टूडेंट पर लगाया बदसलूकी का आरोप, कार्रवाई न करने पर डीन का किया घेराव
मेडिकल कॉलेज में पक्षपात की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. वहां एमबीबीएस के छात्रों को कॉलेज प्रबंधन भी सिर आंखों पर बिठाता है. जबकि अन्य फैकेल्टी को उनके कारण उपेक्षा झेलनी पड़ती है. ताजा मामला मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का प्रकाश में आया है. यहां नर्सिंग स्टूडेंड ने एमबीबीएस छात्रों पर बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाया है. (Sagar medical Student misbehavior case)
क्या है मामलाः बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की नर्सिंग कॉलेज की स्टूडेंट्स ने शुक्रवार कॉलेज परिसर में प्रबंधन के खिलाफ जमकर नाराजगी जताई और बताया कि बीते दिन कॉलेज की प्रोफेसर शीला जैन द्वारा पहले तो नर्सिंग की छात्राओं के साथ अभद्रता की गई. फिर छात्राओं पर प्रोफेसर शीला जैन से माफी मांगने का दबाव भी बनाया गया. प्रोफेसर शीला जैन से माफी ना मांगने पर एमबीबीएस के फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स द्वारा नर्सिंग की छात्राओं के साथ अभद्रता की गई. नर्सिंग की छात्राओं को एक कमरे में बंद कर दिया गया. नर्सिंग स्टूडेंट्स का आरोप है कि एमबीबीएस स्टूडेंट्स उनको तरह तरह से प्रताड़ित कर रहे हैं. इस मामले में कॉलेज की डीन ने भी कोई हस्तक्षेप नहीं किया. डीन आरएस वर्मा ने भी किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना करते हुए छात्राओं को उनके हाल पर छोड़ दिया. (Sagar MBBS student of misbehavior in collage)
नर्सिंग स्टूडेंट्स ने किया डीन कार्यालय का घेरावः मेडिकल कॉलेज की डीन से शिकायत के बाद भी जब नर्सिंग स्टूडेंट की नहीं सुनी गई. परेशान होकर नर्सिंग स्टूडेंट्स ने अपनी पढ़ाई लिखाई छोड़ कर डीन कार्यालय का घेराव किया. साथ ही जमकर नारेबाजी की. विरोध के बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन बैकफुट पर नजर आया और उनके समस्याओं के निराकरण की बात कही. (Sagar medical Student misbehavior case)