सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले में खुद को क्राइम ब्रांच की टीम बताकर सर्राफा व्यापारी का अपहरण कर लूट और हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के 10 जिलों की खाक छाननी पड़ी. आरोपियों के पास से 30 लाख 79 हजार नगद, 400 ग्राम सोना और 50 किग्रा चांदी बरामद हुई है. जिसकी कुल कीमत एक करोड़ के आसपास बताई जा रही है. अपरहण, लूट और हत्या की ये वारदात पुलिस के लिए साख का सवाल बन गई थी. पुलिस ने महज 5 दिन में अंधे कत्ल के मामले का खुलासा किया है.
सर्राफा व्यापारी हत्याकांड का हुआ खुलासा ये है मामला: घटना नरयावली थाना क्षेत्र के जरूआखेड़ा चौकी की है. 12 जून को यहां रहने वाले सर्राफा व्यापारी मुन्ना लाल जैन के घर रात को डस्टर गाड़ी में सवार होकर कुछ लोग पहुंचे थे. इन लोगों ने अपने आप को क्राइम ब्रांच की टीम बताकर पूछताछ के लिए सर्राफा व्यापारी को अपने साथ ले गए. लेकिन जब सुबह तक मुन्ना लाल जैन नहीं लौटे तो परिजनों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी और अपहरण का मामला दर्ज किया था. घटना के करीब 3 दिन बाद जिले के राहतगढ़ थाना क्षेत्र के जंगल में एक जला हुआ शव मिला था. माना जा रहा था कि जला हुआ शव सर्राफा व्यापारी का है. मामले का खुलासा ना कर पाने के कारण जैन समाज में भारी नाराजगी थी, उन्होंने आईजी को ज्ञापन भी सौंपा था.
पुलिस के हत्थे चढ़े चार आरोपी: मामले का खुलासा करने के लिए सागर जोन के आईजी अनुराग के निर्देशन में सागर एसपी तरुण नायक द्वारा स्पेशल टीम गठित की गई. इस टीम ने अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय कर और तकनीकी सबूत जुटाकर आरोपियों तक पहुंचने में सफलता हासिल की. मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के करीब 9 जिलों में आरोपियों को ढूंढने के लिए मुहिम चलाई गई. पुलिस को 17 जून को चार आरोपी अतुल वर्मा (28) रुपेश शिरोड़े (40) गौरव त्रिवेदी (40) और देवराज गुर्जर (21) को पकड़ने में सफलता मिली. मुख्य आरोपी अतुल वर्मा अपने साथी रूपेश, गौरव और देवराज के साथ भोपाल में रहता है. उसने अपहरण और लूट की साजिश रचने के बाद वारदात को अंजाम दिया था.
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इस तरह दिया वारदात को अंजाम: पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 12 जून की रात को भोपाल से डस्टर गाड़ी की नंबर प्लेट बदलकर वह लोग जरूआखेड़ा पहुंचे थे. अपने आप को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर सर्राफा व्यापारी को जरुआखेड़ा के जंगल में ले गए. वहां सर्राफा व्यापारी से नगदी और संपत्ति की जानकारी हासिल कर रात में फिर वापस लौटे और व्यापारी की दुकान से नगदी, सोना चांदी के जेवरात लूटकर व्यापारी को जबरदस्ती अपने साथ गाड़ी में ले गए. पहचान खुल जाने के डर से सर्राफा व्यापारी को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पाउडर मिलाकर पिला दिया और बेहोश हो जाने के बाद रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. राहतगढ़ क्षेत्र के सीहोरा इलाके के जोहरिया के जंगल में व्यापारी का शव ठिकाने लगाना चाहते थे, लेकिन सफलता ना मिलने पर पेट्रोल से शव को जला दिया और लूटा हुआ माल लेकर भोपाल पहुंच गए और माल आधा-आधा बांट लिया. मुख्य आरोपी ने बताया कि उसने पूर्व में अपने साथियों से व्यापारी की रेकी कराई थी.(Sagar bullion businessman murder case exposed) (Aaccused had killed bullion businessman after robbery)