सागर। कोरोना के बढ़ते खतरें को रोकने के लिए डॉक्टर लगातार जुटे हैं. डॉक्टर्स सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों को भी बेहद एहतियात की जरूरत है इसी सोच के साथ सागर के एक समाजसेवी प्रमोद उपाध्याय ने फुल बॉडी सेनिटाइजर मशीन का निर्माण कर उसे प्रशासन को दान दिया है. प्रमोद उपाध्याय का कहना है कि लोगों की सेवा में लगे डॉक्टर्स एवं अन्य लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए ही इस मशीन को बनाया गया है, ताकि समय-समय पर वे इसे इस्तेमाल कर खुद को संक्रमण से बचा सकें.
कोविड-19 से बचने के लिए इंजीनियर ने बनाई फुल बॉडी सेनिटाइजर मशीन, जिला अस्पताल को कर दी दान
सागर के एक समाजसेवी प्रमोद उपाध्याय ने दो सेनिटाइजर मशीनें बनाकर जिला अस्पताल को दान की हैं. एक कमरे के आकार की यह मशीन से गुजरने पर इंसान पूरी तरह से सेनिटाइज हो जाता है.
प्रमोद उपाध्याय ने दो मशीन बनाई हैं. जिसमें एक मशीन सागर जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर लगा दी गई है. जिसकी शुरुआत सागर से बीजेपी विधायक शैलेंद्र जैन ने की. विधायक शैलेंद्र जैन ने मशीन की तारीफ करते हुए कहा कि यह मशीन काफी अच्छी है जिससे गुजरने पर हम पूरी तरह से सेनिटाइज हो जाते हैं.
विधायक ने बताया कि जल्द ही दूसरी मशीन भी लगा दी जाएगी. ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके. प्रशासनिक स्तर पर डॉक्टर्स पुलिस एवं अन्य लोग अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे यह काम सराहनीय है. यह मशीन एक कमरे के आकार की है जिसमें प्रवेश करते ही सेनिटाइजर की बौछार से महज 10 सेकंड में पूरा शरीर सेनिटाइज हो जाता है. इसकी लागत लगभग 40,000 बताई गई है.