सागर। बुंदेलखंड के एकमात्र संभागीय मुख्यालय सागर को हवाई सेवा से जोड़े जाने की मांग लंबे समय से चल रही है. शहर की उम्मीदों को तब और पंख लग गए, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया (Minister Jyotiraditya Scindia) नागरिक उड्डयन मंत्री बन गए. पिछले दिनों सागर के रहली विधानसभा के दौरे पर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया से एक प्रतिनिधिमंडल ने मिलकर ढाना एयर स्ट्रिप को एयरपोर्ट में विकसित किए जाने की मांग की थी. सिंधिया ने तत्काल संभावना का सर्वे कराने का आश्वासन दिया था और एक दल तमाम तरह की संभावनाओं का सर्वे भी कर चुका है. जनता को उम्मीद है कि जल्द ही सागर की उम्मीदों को पंख लगेंगे.
सागर को हवाई सेवा से जोड़ने के पीछे का तर्क: सागर संभागीय मुख्यालय में सागर रहली मार्ग पर ढाना में एयर स्ट्रिप है. फिलहाल यह पीडब्ल्यूडी विभाग के स्वामित्व में आती है और यहां पिछले 11 सालों से एविएशन स्कूल संचालित हो रहा है. एयर स्ट्रिप को एयरपोर्ट में तब्दील किए जाने की मांग के पीछे लोगों का तर्क है कि सागर में ऐसे कई संस्थान हैं जिनके लिए हवाई सेवाओं की सख्त जरूरत है और हवाई सेवाओं के अभाव में लोगों को भोपाल जाना पड़ता है.
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी विश्वविद्यालय की पहचान: सागर में मध्य प्रदेश का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय है. जिसके बनने के बाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बढ़ गई है. कई विद्वान यहां सेमिनार करने के लिए आते हैं. शोध कार्य के लिए भी विद्वान आते-जाते रहते हैं. लेकिन हवाई सेवा ना होने के कारण लोगों को भोपाल तक सड़क के रास्ते सफर करना पड़ता है.
विशेषज्ञों व और अधिकारियों के लिए हवाई सेवा जरूरी:भारत सरकार और ओमान सरकार की संयुक्त उपक्रम बीना रिफाइनरी से जुड़े विशेषज्ञों और अधिकारियों के लिए भी हवाई सेवाओं की जरूरत होती है. सागर में सेना की बड़ी और जानी-मानी छावनी स्थित है. यहां महार रेजीमेंट का मुख्यालय स्थित है. ढाना में ही सेना की एनसीओ अकादमी संचालित होती है. यहां पर विदेशी सेनाओं के साथ अभ्यास भी होता है. साथ ही सेना के बड़े अधिकारियों का आना-जाना भी लगा रहता है. सागर में मध्य प्रदेश सरकार की जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी के अलावा स्टेट फॉरेंसिक लैब और डीएनए लैब भी स्थित है.