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कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टीक्रोन का खतरा! चौथी लहर से पहले तैयारियों में नए वैक्सीन और इलाज पर विशेषज्ञों का मंथन

सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College) में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन हुआ. इस दौरान विशेषज्ञों ने कोरोना के विभिन्न वैरिएंट से संबंधित जानकारी साझा की. साथ ही कोरोना के और कौन से नए वैरीएंट आ सकते हैं इसके बारे में जानकारी दी. आशंका इस बात की भी जताई गई कि क्या मौजूदा संसाधन कोरोना की चौथी लहर के लिए मुकम्मल है? क्या देश में विकसित वैक्सीन नए वैरीएंट से मुकाबला कर सकेंगे?

seminar organized in Bundelkhand Medical College
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में सेमिनार आयोजित

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Published : Feb 23, 2022, 5:09 PM IST

सागर। एमपी के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College) में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार एवं वर्कशॉप का आयोजन हुआ. जिसमें कोरोना के वेरिएंट जैसे अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और ओमिक्रोन से संबंधित जानकारी साझा की गई. साथ ही नए वैरीएंट डेल्टीक्रोन के आने की संभावना के बारे में भी चर्चा हुई. नए वेरिएंट के लक्षणों और उसके क्या इलाज होगा इस पर भी विस्तार से बात हुई. (corona new variant in mp) चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग सेमिनार में मौजूद रहे. इस दौरान विशेषज्ञों ने इस बात को लेकर मंथन किया कि क्या कोरोना के नए वैरिएंट पर मौजूदा वैक्सीन असरदार होगी. इसके अलावा नए वैक्सीन की संभावनाएं कितनी हो सकती हैं, इसके बारे में भी बात हुई.

कोरोना के नए वैरीएंट की जानकारी देते विशेषज्ञ
कोरोना पर सागर में अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार

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मेडिकल एक्सपर्ट ने रखे विचार
सेमिनार में आए देश भर के विभिन्न वरिष्ठ चिकित्सकों ने भी अपने शोध और जानकारी को भी साझा किया. PGI चंडीगढ़ के वायरोलॉजी के हेड डॉ. आरके राठौ और एम्स भोपाल के पूर्व डायरेक्टर डॉ सरमन सिंह, बीएचयू वाराणसी के डॉ ज्ञानेश्वर चौबे और मणिपाल के डॉक्टर किरण जे मुखोपाध्याय ने कोरोना के मूल स्ट्रक्चर को लेकर जानकारी दी. इसके साथ ही एएमयू से डॉक्टर मोहम्मद शमीम और जबलपुर से डॉक्टर जितेंद्र भार्गव ने वैरिएंट में मिलने वाले लक्षणों को लेकर जानकारी साझा की. वहीं एम्स हैदराबाद से डॉक्टर रोहित सलूजा और एम्स भोपाल से डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने जिनोम सीक्वेंसिंग के बारे में विस्तार से बताया. बीएमसी में वायरोलॉजी विभाग के हेड डॉ सुमित रावत ने जिनोम सीक्वेंसिंग के प्रैक्टिकल के तौर पर आने वाली परेशानियां के बारे में बताया. टीबी एवं चेस्ट रोग विभागाध्यक्ष डॉ. तल्हा साद और एएमयू के डीन डॉक्टर राकेश भार्गव ने कोरोना वायरस के विभिन्न वैरिएंट के उपचार को लेकर जानकारी दी.

कोरोना की चौथी लहर पर विशेषज्ञों का मंथन

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