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बुंदेलखंड में मावठ से बढ़ी ठिठुरन, किसानों की बल्ले बल्ले, फसलों को मिला जीवनदान - मावठ सागर सर्दी बढ़ी

बुंदेलखंड में शीतलहर के साथ मावठ की बारिश से लोग ठिठुर रहे हैं, लेकिन किसानों के चेहरे खिल गए हैं. फसलों के लिए ये बारिश अमृत से कम नहीं है.(bundelkhand mawath rain good for crops sagar)

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बुंदेलखंड में मावठ से बढ़ी ठिठुरन

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Published : Jan 7, 2022, 4:40 PM IST

सागर। बुंदेलखंड में बारिश का दौर गुरुवार शाम से जारी है. शीतलहर के साथ मावठ के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है. रबी सीजन की फसल के लिए किसानों ने राहत की सांस ली है. बुंदेलखंड में खजुराहो, टीकमगढ़,नौगांव, सागर सहित कई इलाकों में बारिश हुई है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि ये बारिश फसलों के लिए अच्छी है, लेकिन अगर ओलावृष्टि हुई तो नुकसान होगा.(sagar barish farmer happy)

शीतलहर के साथ बारिश का सिलसिला जारी

गुरुवार और शुक्रवार को प्रदेश के अन्य इलाकों की तरह ही बुंदेलखंड में भी बारिश का सिलसिला जारी .है बुंदेलखंड के खजुराहो में गुरुवार- शुक्रवार के दरमियान 40 मिमी, टीकमगढ़ में 37 मिमी, नौगांव में 21.2 मिमी, सागर में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई है. गुरुवार रात से बारिश का सिलसिला शुरु हुआ. बुंदेलखंड के किसी भी इलाके से ओलावृष्टि की खबर नहीं है. इसलिए किसान इस बारिश से काफी खुश हैं. बारिश के कारण फसल की सिंचाई की चिंता से उन्हें मुक्ति मिली है. लेकिन इस बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. शीतलहर के साथ हो रही बारिश के कारण लोग घरों में दुबके हुए हैं.

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किसानों के लिए राहत की बात

कृषि विभाग के सहायक संचालक जितेंद्र सिंह राजपूत ने बताया, कि इस बारिश से किसानों को काफी राहत मिली है. लेकिन अगर बारिश के साथ ओलावृष्टि होती है,तो फसलों को नुकसान होगा. बरसात के सीजन में कम बारिश के कारण रवि की फसल की सिंचाई के लिए किसान परेशान थे. लेकिन इस बारिश के कारण किसानों को सिंचाई के लिए चिंता नहीं करनी पड़ेगी. कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि अगर बारिश (sagar rain cold wave)का सिलसिला ऐसे ही जारी रहता है, तो किसानों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि खेतों में पानी ना भर पाए. किसान खेतों से पानी निकासी की व्यवस्था पर भी ध्यान दें.

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