रीवा। लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने एक बार फिर मौजूदा सांसद जनार्दन मिश्रा पर भरोसा जताते हुए चुनावी मैदान में उतारा है. रीवा के छोटे से गांव हिनौता में जन्मे जनार्दन मिश्रा भारतीय जनता पार्टी की टिकट से पहली बार 2014 में सांसद बने. वकालत की पढ़ाई करने के बाद एक किसान परिवार का बेटा सांसद बनने के बाद संसद में जनता की आवाज बने. जनार्दन मिश्रा की मौजूदगी 92 प्रतिशत रही. जहां उन्होंने करीब 36 बहस में हिस्सा लिया. संसद ने अपने कार्यकाल में करीब 144 प्रश्नों को रखा.
दूसरी बार रीवा से जनार्दन मिश्रा को बीजेपी ने बनाया उम्मीदवार, कांग्रेस के सिद्धार्थ तिवारी से है मुकाबला - लोक सभा इलेक्शन
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए एक बार फिर मौजूदा सांसद जनार्दन मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है. जनार्दन मिश्रा चुनाव जीतकर पहली बार 2014 में सांसद बने. जनार्दन मिश्रा का मुकाबला दिवंगत कांग्रेस नेता सुंदरलाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी से होगा.
दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने पर जनार्दन मिश्रा ने बताया कि उन्होंने रेलवे विभाग से संबंधित कई काम किए हैं. जिसमें प्रमुख रूप से ललितपुर-सिंगरौली नई लाइन परियोजना के रूप में रीवा से सीधी के बीच नई लाइन का निर्माण कराना है. रीवा-सतना जंक्शन का दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य भी किया गया. रीवा स्टेशन पर जीआरपी थाना चौकी का निर्माण सहित कई अन्य कार्य करवाए गए.
रीवा लोकसभा सीट से बीजेपी और कांग्रेस ने ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने के लिए ब्राह्मण प्रत्याशियों पर दांव लगाया है. वहीं कांग्रेस ने दिवंगत सुंदरलाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी को टिकट दिया है.