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जमीन के लिए रिश्तों का कत्ल: बड़े भाई ने तीन छोटे भाइयों को कागजों में मारा, खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहे पीड़ित - रीवा लेटेस्ट न्यूज

रीवा के जोरी गांव में बड़े भाई ने जमीन हड़पने के (rewa elder brother declared younger brothers dead)लिए अपने तीन छोटे भाइयों को कागजों में मृत घोषित कर दिया. अब छोटा भाई खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है.

fraud by elder brother for land
जमीन के लिए रिश्तों का कत्ल

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Published : Dec 2, 2021, 6:44 PM IST

रीवा। सिटी कोटाली थाना क्षेत्र के ग्राम जोरी में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां पर चार भाइयों में से एक भाई ने 2 एकड़ पुश्तैनी जमीन को अकेले ही हजम करने के लिए 3 भाइयों को मृत घोषित कर दिया. खुद को अकेला वारिस बताते हुए जमीन (rewa elder brother declared younger brothers dead) अपने नाम से नामांतरण करा ली. इसका खुलासा तब हुआ जब 4 साल पहले पीड़ित ने कोर्ट से स्टे लिया था. लेकिन अब दबंग भाई खेत में फसल बोने के लिए जबरन जुताई करवा रहाहै. मामले की शिकायत कई बार पुलिस से की गई. (fraud by elder brother for land rewa )लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस बिना किसी कार्यवाही के ही बैरंग लौट आई. अब पीड़ित खुद को जिंदा साबित करने और न्याय पाने के लिए थाने और एसपी दफ्तर के चक्कर काट रहा है.

जमीन के लिए रिश्तों का कत्ल: बड़े भाई ने तीनों छोटे भाइयों को कागजों में मार डाला

जमीन के लिए खून के रिश्ते का कत्ल

सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम जोरी निवासी पीड़ित कृष्णकांत शुक्ला का कहना है कि उनके भाई ने पुश्तैनी जमीन हड़पने के लिए तीन भाइयों को मृत घोषित करवा दिया. श्रीकान्त शुक्ला, श्यामसुन्दर शुक्ला, रमाकान्त शुक्ला की ग्राम जोरी में करीब पौने तीन एकड़ पुश्तैनी जमीन है. जिसमे चारों भाइयों को विधिवत आपसी बंटबारे के अनुसार अलग-अलग जमीन मिली. लेकिन अन्य तीन भाइयों का हिस्सा हड़पने के मकसद से रमाकान्त शुक्ला ने करीब 18 साल पहले ही खुद को रामगोपाल शुक्ला का अकेला वारिस बताकर फर्जी पट्टा बनवा लिया. बाद में पूरी जमीन अपने पुत्र बृजेश शुक्ला और दिनेश शुक्ला के नाम करा दी .

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कोर्ट से स्टे मिला, फिर भी दबंग भाई कर रहा जमीन में जुताई

मामले को लेकर पीड़ित कृष्णकान्त शुक्ला ने बताया कि इस सम्बन्ध में न्यायालय में केस चल रहा है. कोर्ट ने इस पर स्टे भी दिया. स्थगन आदेश के बाद भी पीड़ित के बड़े भाई रमाकान्त शुक्ला और उनके पुत्र बृजेश शुक्ला , रमाकान्त की पत्नी सुशीला देवी और पुत्र वधू ने दिनांक 17-10-2021 को इस जमीन पर बंटवारे की सीमा को खत्म कर दिया. 18-10-21 को जब प्रार्थी कृष्णकांत शुक्ला खेत देखने गया, तो खेत की जुताई हो चुकी थी. तब इस सम्बन्ध में रमाकान्त से पूछताछ की गयी तो आोरोपी रमाकान्त शुक्ला ने कहा, कि वह किसी अदालत के आदेश को नहीं मानता. ऐसे आदेश होते रहते हैं. मै जमीन में जुताई भी करूंगा और बोऊगां भी. कोई मेरा कुछ नही कर सकता.

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खुद को जिंदा साबित करने की जंग

पीड़ित कृष्णकान्त शुक्ला का कहना है कि उनके बड़े भाई और उन्हीं के परिवार के अन्य व्यक्तियों ने न्यायालय के आदेश का उल्लंघन किया है. कोर्ट का स्टे होने के बावजूद भी उनके भाई ने जबरन जमीन में जुताई और बुवाई की है. इस घटना की रिपोर्ट पुलिस थाना सिटी कोतवाली रीवा में दिनांक 18-10-21 को की गयी थी. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. पीड़ित का कहना है कि इससे आरोपी भाई का हौसला और बुलंद हो गया है. (victims wandering door to door to prove themselves alive)अब पीड़ित कृष्णकान्त कोर्ट का स्टे ऑर्डर लेकर खुद के अलावा अपने 2 और भाइयों को जिंदा साबित करने के लिए थाने और एसपी दफ्तर के चक्कर काट रहा है.

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