रीवा। नगरीय निकाय चुनावों को लेकर पूरे मध्य प्रदेश में घमासान मचा हुआ है. बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता अपनी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान पर उतर चुके हैं. पार्षद व मेयर प्रत्याशी पद के लिए रीवा की जनता से वोट मांगने और चुनावी घोषणाओं को जनता के बीच लाने के लिए आज गुरुवार को प्रदेश के दो बड़े दिग्गज नेता रीवा आएंगे. पूर्व सीएम कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) दोपहर 12:00 बजे जनसभा को संबोधित कर प्रदेश और रीवा के विकास की पोल खोलेंगे. तो वहीं दूसरी ओर शाम 4:00 बजे सीएम शिवराज (Shivraj Singh Chouhan) आयोजित जनसभा में कांग्रेस को चुनौती देकर रीवा की जनता से बीजेपी प्रत्याशियों को वोट देने की अपील करेंगे.
दिलचस्प होगा रीवा का निकाय चुनाव:इस बार रीवा का नगरीय निकाय चुनाव बेहद ही दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है. करीब सात वर्षों बाद होने जा रहे नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच होने वाला चुनावी युद्ध अब अपनी पार्टी की साख बचाने के लिए होता दिखाई दे रहा है. पिछले 20 वर्षों से रीवा में मेयर पद की कुर्सी में भाजपा का कब्जा रहा है. वहीं, अगर बात की जाए पिछले विधानसभा चुनाव की तो रीवा की सभी आठों विधानसभा सीटों में भाजपा ने अपना कब्जा जमाया था. लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा. रीवा की सांसदीय सीट से जनार्दन मिश्रा सांसद चुने गए. 2014 में हुए नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा का बहुमत साबित हुआ, जिसके बाद शहर से लेकर प्रदेश तक बीजेपी की सरकार बनी.
साख बचाने रीवा की धरती पर होंगे दो दिग्गज नेता: बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपनी साख बचाने के लिए रीवा में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बेहद ही गंभीर दिखाई दे रही हैं. पिछले चुनावों में करारी हार मिलने के बाद कांग्रेस अब नगरीय निकाय चुनाव में मेयर प्रत्याशी व नगर निगम के सभी 45 वार्डों से अपने पार्षद पद के प्रत्याशियों को चुनाव में जीत दिलाकर रीवा में अपना झंडा गाड़ना चाहती है. वहीं अगर भाजपा की बात की जाए तो इस बार वह भी चुनाव में अपनी साख बचाने के लिए पुरजोर कोशिशों में जुटी हुई. क्योंकि कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमलावर है. फिर वह चाहे रीवा की मॉडल सड़क का मुद्दा हो, सीवरेज के नाम पर बनी सड़कों को खोदने का मुद्दा हो या युवाओं को रोजगार देने का. कांग्रेस हर मुद्दे को लेकर भाजपा को घेरने का प्रयास कर रही है.