भोपाल।कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद हैं, ऐसे में छात्रों को हर काम ऑनलाइन करना पड़ रहा है, फिर चाहे वो पढ़ाई हो या स्कूल से जुड़ी अन्य एक्टिविटी, स्कूल बंद होने की वजह से छात्रों की कक्षाएं ऑनलाइन लगाई जा रही हैं और आने वाले सत्र की शुरुआत भी 1 सितंबर से ऑनलाइन ही होगी. ऐसे में छात्र परीक्षाओं को लेकर बेहद परेशान हैं. यही वजह है कि मंडल द्वारा बनाई गई हेल्पलाइन में पहली बार ऐसा हुआ है, जब छात्रों के फोन कॉल्स की संख्या डेढ़ लाख के पार पहुंच गई, माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन में 10वीं 12वीं की परीक्षा हो जाने में बाद भी छात्रों के कॉल की संख्या कम नहीं हो रही.
MPBSE कॉल सेंटर छात्र कर रहे फोन माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन में इस वर्ष डेढ़ लाख के लगभग फोन कॉल्स दर्ज किए गए हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है, इसकी एक वजह ये भी है कि कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल मार्च माह से ही बंद हैं, छात्रों की परीक्षाएं भी स्थगित हुई अचानक कई गतिविधियां स्कूलों में हुई, जिसकी वजह से परेशान छात्रों को माशिमं की हेल्पलाइन के अलावा दूसरा विकल्प नहीं मिला.
छात्र छोटी-छोटी सी बातों को लेकर परेशान माशिमं हेल्पलाइन के डायरेक्टर हेमंत शर्मा ने बताया, 'इन दिनों बड़ी संख्या में कॉल दर्ज हो रहे हैं, जबकि आम दिनों में इस वक्त तक फोन बहुत कम हो जाते थे. कोरोना के कारण छात्र छोटी-छोटी सी बातों को लेकर भी परेशान हैं और स्कूल नहीं जा सकते, ऐसे में हेल्पलाइन पर फोन कर ही छात्र अपनी समास्याएं बता रहे हैं.'
माध्यमिक शिक्षा मंडल, भोपाल सप्लीमेंट्री एग्जाम को लेकर परेशान छात्र डायरेक्टर ने बताया, '14 सितंबर के बाद बोर्ड में सप्लीमेंट्री लाने वाले छात्रों की परीक्षाएं हैं, जिसको लेकर छात्रों में असंजस की स्थिति बनी हुई है. अब छात्र सप्लीमेंट्री की परीक्षा के विषय मे कॉल कर रहे हैं और पूछ रहे हैं कि आवेदन कब होगा, परीक्षा कैसे होगी सेंटर कहां होंगे, इन तमाम सवालों के लिए हेल्पलाइन पर कॉल आ रहे हैं और काउंसलर द्वारा छात्रों को समझाइश दी जा रही है.
24 घंटे सेवाएं दे रहे काउंसलर्स
माशिमं के डायरेक्टर ने बताया 'माशिमं हेल्पलाइन साल 2007 में शुरू हुई थी, यह हेल्पलाइन उन छात्रों के लिए शुरू की गई थी, जो 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं और तमाम सवालों के चलते मानसिक प्रताड़ना झेलते हैं, ऐसे छात्रों की काउंसलिंग के लिए इस हेल्पलाइन की शुरुआत हुई थी और इसका बहुत अच्छा रिस्पांस मंडल को मिला है.' उन्होंने बताया, 'कोरोना काल में जो कॉल छात्रों द्वारा दर्ज किए गए हैं, वो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इसका श्रेय कोरोना काल में 24 घंटे सेवाएं दे रहे काउंसलर्स को जाता है.'