जबलपुर।कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) के पार्टी छोड़ने पर राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी (Kailash Soni) का बयान सामने आया है. कैलाश सोनी का कहना है कि, कांग्रेस में अब वही लोग बचे हैं, जिन्होंने उनके नाम की चूड़ियां पहन रखी है. कांग्रेस को अब समझ में आ जाना चाहिए कि उनके पास अब कोई नहीं है. विपक्ष में रचनात्मक और विवेकशील लोग होना चाहिए. गुलाम नबी आजाद देश से प्यार करने वाले लोगों में से एक हैं इसलिए उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. (Gulam Nabi Azad Resigns Congress Party) (Rajyasabha sansad Kailash Soni)
Gulam Nabi Azad के कांग्रेस छोड़ने पर राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी का बयान, कहा कांग्रेस में चूड़ियां पहनने वाले लोग ही बचे - Jabalpur News In hindi
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा पार्टी की सदस्यता छोड़ने पर राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, कांग्रेस देशभर में अपना अस्तित्व खो रही है. यही कारण है कि गुलाम नबी आजाद समेत कई कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़ रहे हैं. Gulam Nabi Azad, Kailash Soni, Gulam Nabi Azad Resigns Congress Party.
विपक्ष में अच्छे लोगों का होना जरूरी: आजाद के पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा कांग्रेस को चारों तरफ से घेरने में जुटी है.अब राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला किया है. जबलपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कैलाश सोनी ने कहा कि, कांग्रेस को अब समझ में आ जाना चाहिए, कांग्रेस विपक्ष में है और विपक्ष में अच्छे लोगों का होना जरूरी है. गुलाम नबी आजाद रचनात्मक और विवेकशील नेता हैं. ऐसे ही नेताओं की देश को जरूरत है. उन्होंने पार्टी को छोड़कर उसमें आखिरी कील ठोंकने का काम किया है.
Gulam Nabi Azad के कांग्रेस छोड़ने पर बीजेपी का तंज, तुष्टिकरण की राजनीति के चलते कांग्रेस नेतृत्व अब अप्रासंगिक हो रहा है
लीडरशिप पर बड़ा सवाल: राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी इतने में ही नहीं रूके इनका कहना है कि, कांग्रेस डूबते जहाज की तरह है. इसलिए कांग्रेस में अब कोई नहीं रहना चाहता है. यह कांग्रेस की रीति नीति और लीडरशिप पर बड़ा सवाल है. कांग्रेस को अध्यक्ष बनाने के लिए योग्य नेता ढूंढने से नहीं मिल रहे. गांधी परिवार में सिमट कर रह गई है. पार्लियामेंट में जब लाल किले पर किसानों के साथ हुई हिंसा पर बहस हुई थी तब गुलाम नबी आजाद ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की थी.(Gulam Nabi Azad Resigns Congress Party) (Rajyasabha sansad Kailash Soni)