जबलपुर। सेना के लिए हमेशा से वाहन बनाने वाली केंद्रीय सुरक्षा संस्थान व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर ने अपने उत्पादन में एक और कदम बढ़ाया है.जबलपुर स्थित व्हीकल फैक्ट्री अब इतना शक्तिशाली वाहन बना रही है, जिसका माइंस भी कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी. अभी तक ये व्हीकल सिर्फ आंध्र प्रदेश की मेदक फैक्ट्री में बनता था. अब जबलपुर की केंद्रीय सुरक्षा संस्थान व्हीकल फैक्ट्री के करीब 100 ऐसे व्हीकल बनने का काम मिला है.
जानें, क्या है इस व्हीकल की खासियत
देखा गया है, कि आतंकी या नक्सली सैनिकों-CRPF के जवानों को नुकसान पहुंचाने की फिराक में रहते हैं. कई बार नक्सलियों की ऐसी कायराना हरकत से कुछ सैनिक शहीद भी हुए हैं. इसे देखते हुए अब आंध्रप्रदेश की मेदक फैक्ट्री के साथ साथ जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री में भी इस शक्तिशाली वाहन का प्रोडक्शन शुरु हो रहा है. इस वाहन का नाम है माइन्स प्रोटेक्टिव व्हीकल यानि MPV. सेना और CRPF के लिए तैयार किए जा रहे इस व्हीकल की खासियत ये है, कि इस पर कितना भी पावरफुल माइन्स अटैक क्यों ना हो, इसका कुछ नहीं बिगड़ेगा. इतना ही नही ये व्हीकल नदी नालों में भी आसानी से चल सकता है.
आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की MPV से बची थी जान.
जब चंद्रबाबू नायडू आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री थे उस समय उन पर नक्सली हमला हुआ था. उस समय वो इसी माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल में सवार थे. इस वजह से उनकी जान बच गई. जानकारी के मुताबिक ये व्हीकल सेना में शामिल हुए वाहनों में अभी तक का सबसे शक्तिशाली वाहन है. MPV अगर माइन्स पर भी चलता है, तो उसमें बैठे इंसान की जान को कोई खतरा नहीं होता.
जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री को मिला 100 बुलेट प्रूफ वाहन का ऑर्डर