जबलपुर। तहसील कार्यलय में पदस्थ एसडीएम पीके सेन गुप्ता के बाबू इंद्रजीत सिंह भूरिया को आज दोपहर लोकायुक्त टीम ने 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. छापामार कार्रवाई के कुछ ही घंटे बाद जबलपुर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने उक्त बाबू सहायक ग्रेड 2 पद पर पदस्थ इंद्रजीत सिंह धूरिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर, मुख्यालय में अटैच किया गया है.
मुआवजे की राशि दिलाने के नाम पर रिश्वत: कलेक्टर के इस कदम से साफ संदेश है कि, सभी अधीनस्थ अधिकारियों कर्मचारियों के ऐसे कृत्य बर्दास्त नहीं किए जाएंगे. दरअसल विकास दुबे की ओर से लोकायुक्त को शिकायत की गई कि, तिलवारा रोड स्थित उसकी जमीन को एनएचएआई ने अधिकृत कर लिया था. साल 2017 में हुई इस कार्रवाई के बाद मुआवजे के लिए लगातार सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहा है. तहसील कार्यालय में पदस्थ इंद्रजीत सिंह ने मुआवजे की राशि दिलाने की एवज में उससे 5 हजार की रिश्वत मांगी.