जबलपुर। मध्यप्रदेश सरकार तकरीबन 1200 करोड़ रूपये खर्च कर विदेशों से कोयला खरीद रही है. ऐसे में निश्चित रूप से बिजली के दाम बढ़ेंगे, जिसका भार सीधे जनता पर पड़ेगा. विदेशों से कोयला आने के बाद बिजली महंगी होगी, यह प्रदेश के ऊर्जा सचिव ने भी स्वीकार कर लिया है. ऊर्जा मंत्री का कहना है कि रैक के अलावा सड़क मार्ग से और विदेशों से कोयला आने वाला है. प्रदेश सरकार द्वारा विदेशों से कोयला मंगवाने पर कांग्रेस ने इसे चुनावी मोड़ दे दिया है.
पर्याप्त मात्रा में है कोयला, फिर भी विदेशो से हो रही खरीद: मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर का कहना है, कि वर्तमान में पर्याप्त कोयला अभी हमारे पास है. ऊर्जा मंत्री ने बताया कि अभी ढाई से तीन लाख मैट्रिक टन कोयला स्टॉक में है. इसके अलावा आवश्यकता के हिसाब से कोयला लिया भी जा रहा है. साथ ही सड़क मार्ग और विदेशो से भी कोयला मंगवाया जा रहा है.
विदेशी कोयले से बढ़ेगी बिजली की कीमत: अगर विदेशों से कोयला आएगा, तो निश्चित रूप से बिजली के दाम भी बढ़ेंगे. जिसके संकेत ऊर्जा सचिव संजय दुबे ने भी दे दिए हैं. ऊर्जा सचिव का कहना है कि आज बाजार में 12 से 13 रु. यूनिट के हिसाब से बिजली उपलब्ध है और जब विदेशों से कोयला आएगा तो 24 से 30 पैसे प्रति यूनिट फर्क पड़ सकता है. वह इसपर निर्भर करेगा कि उस समय कोयले की कीमत क्या है.
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