जबलपुर।वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य होता है, पर अधिकतर महिलाओं का ड्राइविंग लाइसेंस इसलिए नहीं बन पाता है कि परिवहन कार्यालय में उन्हें कई दिनों तक धक्के खाने पड़ते हैं. महिलाओं और छात्राओं की इस समस्या का निदान किया है, मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना के प्रदेश उपाध्यक्ष सोनू बचवानी ने, जिन्होंने महिलाओं और छात्राओं को निशुल्क ड्राइविंग लाइसेंस वितरित किए.
करीब 15 सौ छात्राओं और महिलाओं को मिला लाइसेंस
जबलपुर में रहने वाली करीब 15 महिलाओं और छात्राओं को ड्राइविंग लाइसेंस बांटा गया. इस मौके पर प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल भी मौजूद रहे. एक तो वाहन चलाने का ड्राइविंग लाइसेंस, दूसरा मंत्री के हाथों उसे मिलना यह महिलाओं और छात्राओं को दोहरी खुशी दे रही थी.
लाइसेंस मिल गया है पर यह रखें हमेशा याद
महिलाओं और छात्राओं को लाइसेंस देते हुए जबलपुर प्रभारी मंत्री ने उनसे विनम्र अपील भी की है, उन्होंने कहा कि लाइसेंस भले ही आपको वाहन चलाने के लिए मिल गया हो, पर जब भी रोड पर वाहन चलाएं तो मोबाइल का उपयोग कतई ना करें. क्योंकि आपकी थोड़ी सी लापरवाही से एक बड़ी दुर्घटना घट सकती है.
निशुल्क ड्राइविंग लाइसेंस वितरण कार्यक्रम कृषि मंत्री कमल पटेल ने यह भी कहा कि दुर्घटना होने से आपका तो नुकसान होगा ही, साथ ही आपका परिवार भी इसको लेकर परेशान होगा. इसलिए आप सभी लोगों से अपील है कि मोबाइल का इस्तेमाल बिल्कुल है वाहन चलाते समय ना करें.
दुर्घटना के बाद पछताने से कुछ नहीं होता
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि हम लोग हर जगह सावधानी रखते हैं, पर वाहन चलाते समय यह देखा गया है कि हमेशा लापरवाही बरती जाती है. जब दुर्घटना का शिकार व्यक्ति हो जाता है तो वह समझता है कि उसने बहुत बड़ी गलती कर दी है. कृषि मंत्री कमल पटेल ने हाथ जोड़कर और प्रणाम करते हुए महिला और छात्राओं से अपील की है कि जब गाड़ी चलाएं तो मोबाइल को बंद कर दें.