जबलपुर। मत्स्योध्योग सहकारी समिति की संचालक के घर पर बुधवार की सुबह ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी. छापेमारी के दौरान ईओडब्ल्यू की टीम को आय से लगभग 16 गुना अधिक सम्पत्ति मिली है, फिलहाल निवेश तथा बैंक लॉकर के संबंध में जांच जारी है. महिला संचालक का पति कांग्रेस नेता है और उसकी शिकायत पर भाजपा विधायक की पत्नी और नगर पालिक की अध्यक्ष के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने धोखाधडी सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया था. इसी मामले में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने पर ईओडब्ल्यू ने छापा मारा है.
क्या है मामला ? :आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) सागर इकाई को कांग्रेस नेत्री और मत्स्य सहकारी समिति टीकमगढ़ की डायरेक्टर मीना रैकवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में शिकायत प्राप्त हुई थी. इस शिकायत की जांच ईओडब्ल्यू के उप निरीक्षक चंद्रजीत यादव ने की थी. जांच के दौरान पाया गया कि मीना रैकवार लगभग 22 साल से मतस्य सहकारी समिति महेंद्र सागर तालाब टीकमगढ़ की डायरेक्टर हैं. समिति के सदस्यों में लाभांश बराबर बांटा जाता है. इस अवधि में मीना रैंकवार और इनके परिजनों को अधिकतम साढ़े बारह लाख रुपए की आय इससे होना पाया गया. लेकिन इसी अवधि में इन्होंने लगभग एक करोड़ 95 लाख रुपए की अचल सम्पत्ति और वाहन खरीदने में खर्च कर दिये.
कौन हैं मीना रैकवार: मीना रैकवार पिछले 22 सालों से मत्स्योध्योग सहकारी समिति की संचालक है. उनकी तथा परिवारिक सदस्यों की कुल आय 12 लाख 50 हजार होना चाहिये थी. छापेमारी में ईओडब्ल्यू की टीम को लगभग दो करोड रूपये की सम्पत्ति, जेवरात, निवेश, वाहन आदि के दस्तावेज मिले हैं, उनके पास एक बैंक लॉकर भी है, जिसे सील कर दिया गया है. मीना रैकवार ने साल 2014 में नगर पालिका अध्यक्ष पद का चुनाव लडा था, इस दौरान उन्होंने अपने हलफनामे में इंदौर, टीकमगढ सहित अन्य जगहों पर मकान होने की जानकारी दी थी, हालांकि इस संपत्ति के दस्तावेज टीम को अभी नहीं मिले हैं. इसके संबंध में भी जानकारी एकत्र की जा रही है.