जबलपुर। मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार बने 6 महीने होने जा रहे हैं, लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान या उनकी कैबिनेट के किसी मंत्री ने सरकार बनने के बाद महाकौशल के केंद्र जबलपुर का दौरा तक नहीं किया. लिहाजा जब पहली बार चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग जबलपुर के दौरे पर पहुंचे तो कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर जबलपुर की उपेक्षा का आरोप लगाया.
शिवराज सरकार पर लगा जबलपुर की उपेक्षा का आरोप कांग्रेस विधायक संजय यादव ने शिवराज सरकार को घेरा
जबलपुर से कांग्रेस विधायक संजय यादव ने शिवराज सरकार पर जबलपुर की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि जबलपुर में तेजी से कोरोना फैल रहा है. लेकिन सरकार इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही. इंदौर, भोपाल के बाद जबलपुर की हालत सबसे खराब है. शहर में हर दिन 200 से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं. लेकिन शहर में अच्छी मेडिकल व्यवस्था तक नहीं है. यह तो दूर की बात है सरकार एक मंत्री तक जबलपुर के दौरे पर नहीं पहुंचा.
जबलपुर में तैजी से फैल रहा कोरोना विधायक संजय यादव के शिवराज सरकार से सवाल
कांग्रेस विधायक संजय यादव ने सरकार से सवाल किया है कि भोपाल, इंदौर जैसी सुविधा आखिर जबलपुर में इतने दिनों बाद भी क्यों शुरू नहीं हो पाई. उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों का हर जगह कमीशन फिक्स होता है. भोपाल के चिरायु अस्पताल में शिवराज सरकार और उनके मंत्रियों को कमीशन फिक्स था इसलिए वहां पर सभी सुविधाएं उपलब्ध की गई. लेकिन जबलपुर को शिवराज सरकार ने अधर में छोड़ दिया है.
मंत्री विश्वास सारंग ने किया जबलपुर का दौरा
हालांकि देर से ही सही चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग जबलपुर के दौरे पर पहुंचे. इस दौरान जब उनसे जबलपुर की उपेक्षा का सवाल किया तो उन्होंने कांग्रेस के सभी आरोपों को निराधार बताया. मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि भले ही हमारी सरकार को कोई मंत्री आज से पहले जबलपुर ना आया हो पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए जबलपुर के विषय में अधिकारियों से चर्चा करते रहे हैं. इतना ही नहीं उनके मंत्रिमंडल के कई मंत्री भी अपने-अपने विभागों के अधिकारियों से संपर्क में थे.
जबलपुर में हर दिन मिल रहे 200 कोरोना मरीज खेर देर से आए दुरुस्त आए सरकार का कोई नुमाइंदा जबलपुर पहुंचा तो सही. मंत्री ने जबलपुर के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर शहर के हालात जाने और कोरोना को रोकने के लिए बचाव शुरु करने की बात कही. में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जबलपुर में फिलहाल 8 हजार 400 कोरोना मरीज है जबकि 132 लोगों की मौत हो चुकी है. इसलिए अगर कहा जाए तो गलत नहीं होगा कि देर बहुत हो चुकी है. जबलपुर लिहाजा अब यहा युद्ध स्तर पर काम करने की जरुरत है.