जबलपुर। एयरपोर्ट का विकास या ग्रामीणों का विनाश, जी हां कुछ इस तरह का सवाल आज हर उस शख्स के दिमाग में चल रहा है. जिसका घर जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट के पास है. क्योंकि एयरपोर्ट विस्तारीकरण के काम से सबसे ज्यादा परेशानी आस-पास के ग्रामीणों को हो रही है. दरअसल, एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट को करीब ढाई सौ करोड़ रुपए की लागत से संवारा जा रहा है. जिसके लिए 170 एकड़ जमीन पर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का काम भी शुरु हो गया. लेकिन विस्तारीकरण के इस काम से करीब आधा दर्जन से ज्यादा गांव के लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि, एयरपोर्ट का काम रहे ठेकेदार दिन रात बड़ी-बड़ी मशीनों से ब्लास्टिंग कर रहे हैं, यह विस्फोट इतना तेज होता है कि, आसपास लगे गांव के कच्चे मकान थर्रा जाते हैं. कई मर्तबा तो बड़े-बड़े पत्थर भी गांव में आकर गिरते हैं. जिससे ग्रामीण हर वक्त खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं.
स्थानीय पार्षद ने लगाए संगीन आरोप
स्थानीय बीजेपी पार्षद विनोद चौधरी के मुताबिक एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है, ठेकेदार की मनमानी चरम सीमा पर पहुंच गई है. बताया जा रहा है कि, ठेकेदार बड़े नेता का रिश्तेदार है, जिस कारण इसकी मनमानी चल रही है. पार्षद का ये भी कहना है कि, जब एयरपोर्ट विस्तारीकरण की बात चल रही थी, तब एयरपोर्ट प्रबंधन, जिला प्रशासन, राजनेता सभी ने आश्वासन दिया था कि, ग्रामीणों को कभी भी कोई परेशानी नहीं आएगी. इतना ही नहीं ग्रामीणों के विकास के लिए एयरपोर्ट पूरी तरह से मदद भी करेगा. लेकिन आज ये आलम है कि, ग्रामीण रोजाना हो रही ब्लास्टिंग से इतनी दहशत में हैं कि, दिन हो या रात अपने घरों में ही डर के साए में जी रहे हैं.