टीकमगढ़/झाबुआ/भोपाल/जबलपुर।आजादी के अमृत महोत्सव पर मध्यप्रदेश में कई तरह के कार्यक्रम हुए. 75वीं वर्षगांठ पर लोगों ने विभिन्न तरीके से इसे सेलिब्रेट किया. कहीं जंगलों में पौधे की पूजा की गई तो कहीं आर्मी के द्वारा देश भक्ति गीत की प्रस्तुति दी गई. इसके साथ ही कुछ जगहों पर पहाड़ो पर झंडा रोहण भी किया गया. उत्साह और हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. (Azadi Ka Amrit Mahotsav)
टीकमगढ़ में पौधे को मिली सलामी:हर घर तिरंगा अभियान चरम पर है. इसी को लेकर ओरछा के जंगल से एक तस्वीर सामने आई है. यहां एक सागौन का पेड़ है, जिसमें 3 पत्ते हैं जो तिरंगे के रंग में दिखाई दे रहे हैं. सागौन में नार्मली 2 पत्तियां ही मिलती हैं, लेकिन वन विभाग को 3 पत्तियों वाला सागौन का पौधा दिखा. इस बात की जानकारी वन विभाग के वन रक्षक अरुण यादव और पाल ने एसडीओपी पृथ्वीपुर को दी गई. जिसके बाद उन्होंने सागौन के पौधे के नीचे गाय के गोबर से लिपाई करवाकर चौक पूरन कर पूजा करवाया और पौधे के अगल बगल सफाई कर पौधे के रंगों को चटक किया. पुलिस और वन विभाग ने तिरंगा पौधे को सलामी दी और सभी ने राष्ट्रगान गाकर भारत माता के नारे लगाए. (75th Independence Day)
झाबुआ के शिखर पर ध्वाजारोहण:आजादी के अमृत महोत्सव पर झाबुआ के शिखर हाथी पावा मॉर्निग क्लब ने वन विभाग के सहयोग से सर्वाधिक ऊंचाई पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. यह राष्ट्रीय ध्वज 100 फीट ऊंचे हाई मास्ट पर है, और इसकी चौड़ाई 20 फीट और लंबाई 30 फीट है. ध्वजारोहण के लिए हाथीपावा मॉर्निंग क्लब के सदस्य सुबह साढ़े 6 बजे पहाड़ी पर एकत्रित हो गए. यहां ठीक 7 बजे ध्वजारोहण किया गया. इसके पश्चात राष्ट्रगान जन गण मन गाया गया. इस दौरान सभी ने एक दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और मिठाई खिलाई.