जबलपुर।ईद के दिन बड़ी ओमती की जामा मस्जिद के सामने रोड पर नमाज अता होती थी, लेकिन 20 साल पुरानी इस परंपरा को इस बार पुलिस, मुस्लिम धर्मगुरुओं और समाज के बुद्धिजीवियों की पहल पर बदल दिया गया. मस्जिद में ईद की नमाज दो शिफ्ट में और भीतर ही पढ़ने का फैसला लिया गया. ओमती टीआई एसपीएस बघेल ने बताया कि इस पर मुस्लिम समुदाय की ओर से सकारात्मक सहयोग मिला. ईदगाह की नमाज के दौरान पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने मुफ्ती-ए-आजम से मुलाकात कर ईद की मुबारकबाद भी दी. (Eid celebration in Jabalpur)
शांति पूर्वक हुई नमाज:ओमती थाना प्रभारी एसपीएस बघेल के मुताबिक रोड पर होने वाली नमाज से यातायात बाधित होने की बात को मुस्लिम धर्म गुरुओं और मौलानाओं ने संजीदगी से लिया. समाज की ओर से कहा गया कि हमारा धर्म भी हमें यही कहता है कि इस तरह इबादत करो जिससे दूसरों को परेशानी ना हो. बैठक में पुलिस प्रशासन और जामा मस्जिद की कमेटी ने निर्णय लिया था कि, इस वर्ष नमाज मस्जिद के अंदर ही अता की जाएगी. संख्या ज्यादा होने पर दो पारियों में नमाज पढ़ी जाएगी. कमेटी को जिला प्रशासन का यह प्रस्ताव पंसद आया. जिसके बाद आज दो पारी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद के अंदर नमाज अता की. (Jabalpur 20 years of tradition changed )
बड़ी संख्या में पहुंचे नमाजी: बड़ी ओमती स्थित जामा मस्जिद के मौलवी हाफिज मोहम्मद अशफाक कादरी के मुताबिक कोरोना काल के समय हर छोटी बड़ी मस्जिद में नमाज अता की जाती थी. अब कोरोना खत्म हो गया है तो पुनः जामा मस्जिद में बड़ी संख्या में नमाजियों ने नमाज अता की है. जामा मस्जिद के हाफिज ने बताया कि जिला प्रशासन का निवेदन था कि, इस वर्ष सड़क पर नमाज अता ना की जाए इस कारण दो पारियों में मस्जिद के भीतर ही नमाज अता की गई है. (Eid 2022)