इंदौर।स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट की पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में एक नई चर्चा चल रही है. कहा जा रहा था कि सिंधिया समर्थक सिलावट ने दिग्गी खेमा चुन लिया है. इस बात पर जब सिलावट से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि तुलसी सिलावट ने न कभी पाला बदला हैं और न कभी बदलेगा.
सिंधिया समर्थक सिलावट ने दिग्विजय सिंह से की मुलाकात, कहा- आस्था कभी नहीं बदलती
इंदौर में दिग्विजय सिंह से तुलसी सिलावट की मुलाकात पर सूबे की सियासत मे एक नई चर्चा चल रही है. कहा जा रहा है कि सिलावट सिंधिया खेमा छोड़कर दिग्विजय सिंह से जुड़ सकते हैं. हालांकि तुलसी सिलावट ने इन सब बातों को महज अफवाह करार दिया है.
दरअसल, इंदौर में तुलसी सिलावट और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बीच तकरीबन 20 मिनट तक बातचीत चली. जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे, कि तुलसी सिलावट दिग्विजय सिंह खेमे से जुड़ सकते हैं. लेकिन तुलसी सिलावट ने इन सब बातों को अफवाह करार दिया है. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह हमारे वरिष्ठ नेता है इसलिए उनसे सिर्फ औपचारिक मुलाकात हुई थी. तुलसी सिलावट ने कहा कि आस्था कभी बदल नहीं सकती है और विश्वास कभी बदल नहीं सकता है और यह काल्पनिक बातें हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिस जगह पर वह गए थे. दिग्विजय सिंह और जीतू पटवारी वहां पहले से मौजूद थे. इसलिए दोनों के साथ बैठकर उन्होंने भी चाय और पकौड़े का लुफ्त उठाया. तो इसमें किसी प्रकार के कयास नहीं लगाए जाने चाहिए. हालांकि 20 मिनट की मुलाकात के दौरान उनकी क्या चर्चा हुई इस सवाल को तुलसी सिलावट टालते नजर आए और कहा कि सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के बड़े नेता होने के कारण वे उनसे मुलाकात करने पहुंचे थे.